गुरुंग को गिरफ्तार करने गए पुलिस उप निरीक्षक शहीद

पश्चिम बंगाल में दार्जिलिंग के तवाकर क्षेत्र में गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेेएम) के प्रमुख बिमल गुरुंग को कल रात गिरफ्तार करने गये सुरक्षा बलों और जीजेएम कार्यकर्ताओं के बीच हुई हिंसक झड़प;

Update: 2017-10-13 17:51 GMT

कोलकाता/दार्जिलिंग। पश्चिम बंगाल में दार्जिलिंग के तवाकर क्षेत्र में गोरखा जनमुक्ति मोर्चा (जीजेेएम) के प्रमुख बिमल गुरुंग को कल रात गिरफ्तार करने गये सुरक्षा बलों और जीजेएम कार्यकर्ताओं के बीच हुई हिंसक झड़प में एक पुलिस उप निरीक्षक शहीद हो गया और एक जीजेएम कार्यकर्ता मारा गया।

अपर पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) अनुज शर्मा ने आज नाबन्ना में संवाददाताओं को बताया कि लेपचा बस्ती में गुरुंग को गिरफ्तार करने गये पुलिस दल के दो अधिकारी इस वारदात में घायल हो गये। उन्होंने कहा कि यह अभियान अभी चल रहा है।

 शर्मा ने कहा कि पुलिस के पास गुरुंग के माओवादियों और पूर्वोत्तर के अनेक उग्रवादी समूहों से संबंध होने के साक्ष्य हैं। दार्जिलिंग से मिली रिपोर्ट के अनुसार दार्जिलिंग के पटलेबास क्षेत्र में एके-47 राइफल,एक नौ एमएम पिस्तौल, 500 कारतूस और बड़ी मात्रा में विस्फोटक सामग्री बरामद की गयी है।
पटेलबास क्षेत्र गुरुंग का गढ़ है।

ऐसी रिपोर्ट हैं कि गुरुंग को गिरफ्तार करने गये पुलिस कर्मियों की जवाबी कार्रवाई में एक गोरखा कार्यकर्ता मारा गया। जीजेएम की ओर से हालांकि अभी इसी पुष्टि नहीं की गयी है।

स्थानीय लोगों ने बताया कि मारे गये कार्यकर्ता को जीजेएम कार्यकर्ता उठा ले गये। गौरतलब है कि पृथक गोरखालैंड की मांग को लेकर कुछ दिनों पूर्व शुरू हुए आंदोलन के दौरान किसी पुलिस अधिकारी के मारे जाने की यह पहली घटना है।

इस दौरान हालांकि सात गोरखा समर्थक मारे गये और करोड़ों रुपये की सम्पत्ति को नुकसान पहुंचा है। हिंसक वारदातों में आज शहीद हुए पुलिस अधिकारी उत्तर 24 परगना के मध्यमग्राम में पदस्थ थे।
 

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