अयोध्या निर्णय को लेकर पुलिस सतर्क,माहौल बिगाड़ने वालों पर लगेगी रासुका:ओपी सिंह

उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओपी सिंह ने कहा कि अयोध्या के निर्णय को लेकर पुलिस पूरे प्रदेश में सतर्क है और अगर जरुरत पड़ी तो माहौल बिगाडने वालो पर रासुका लगाई जायेगी।;

Update: 2019-11-03 17:59 GMT

हरदोई । उत्तर प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओपी सिंह ने कहा कि अयोध्या के निर्णय को लेकर पुलिस पूरे प्रदेश में सतर्क है और अगर जरुरत पड़ी तो माहौल बिगाडने वालो पर रासुका लगाई जायेगी।

 सिंह ने कहा कि अभिसूचना इकाई जगह-जगह सब पर नजर रखे हुए हैं । उन्होंने कहा कि किसी को भी कानून हाथ में लेने की इजाजत नहीं होगी । किसी अपराधी या असामाजिक तत्व ने माहौल बिगाड़ने की कोशिश की तो उसके खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (रासुका) के तहत कार्रवाई की जायेगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश पुलिस की पूरी तरह सतर्क दृष्टि है।

रविवार को एक दिन के दौरे पर यहां पहुंचे श्री सिंह ने यहां कार्यालय से लेकर पुलिस लाइन तक कई निर्माण कार्यों का लोकार्पण भी किया । वहीं उन्होंने डिजिटल वालेंटियर्स की गोष्ठी को भी संबोधित किया। प्रदेश पुलिस की यह सब कवायद अयोध्या मामले को लेकर आने वाले उच्चतम न्यायालय के आने वाले निर्णय को लेकर हो की जा रही है।

इस मौके पर डीजीपी ने कहा कि हमने अपने दरवाजे दूसरों के लिए भी खोल रखे थे । हमने तीसरे पक्ष से आंकलन एसेसमेंट कराया कि हमारी भूमिका, कार्यप्रणाली कैसी हो, इस पर चर्चा करें । इसके जो परिणाम आये उससे 40 प्रतिशत पुलिसकर्मियों के व्यवहार में सकारात्मक बदलाव आया है। जहां हमने उन्हें प्रोत्साहित करने की कोशिश उनकी गलतियों को सजा के रूप में परिवर्तित किया। अभी तक राज्य में 380 पुलिसकर्मियों को आवश्यक रूप से रिटायर किया उनके विरुद्ध कार्रवाई की।

उन्होंने प्रदेश में कानून व्यवस्था के सुधार का दावा करते हुए अयोध्या के बारे में कहा कि हमारी पूरी तैयारी है। पूरा प्रदेश सतर्क है हमने पैदल पेट्रोलिंग एवं पीस कमेटी की मीटिंग के जरिए चैतन्यता बरकरार रखी है । उन्होंने कहा कि सभी पुलिस अधीक्षकों और जिलाधिकारियों को निर्देशित किया है कि समुदाय से जनता से संपर्क बनाए रखें और किसी भी दशा में किसी भी व्यक्ति को कानून अपने हाथ में लेने का अधिकार नहीं होगा। हमने पूरी तत्परता के साथ और व्यापक तौर पर प्रदेश के कोने-कोने में हम निगरानी रख रहे हैं।

श्री सिंह ने कहा कि अभिसूचना इकाई जगह-जगह पर सब पर नजर रखे हुए हैं और यदि जरूरत हुई तो हम नेशनल सिक्योरिटी एक्ट भी लगा सकते हैं । उन अपराधियों के विरुद्ध या उन असामाजिक तत्वों के विरुद्ध जो किसी भी तरह से इस वातावरण को दूषित करने का काम करेंगे तो हमारी पूरी सतर्क दृष्टि है।

पुलिस महानिदेशक ने पुलिस की बॉर्डर स्कीम और छुट्टी को लेकर किए गए सवाल के बारे में कहा- कि बॉर्डर स्कीम का अध्ययन किया जा रहा है । वीकली आफ का भी अध्ययन करके हमने दो पायलट प्रोजेक्ट बाराबंकी और कानपुर नगर में किया है अगर वह प्रोजेक्ट सफल होगा तो ,हम प्रदेश के सभी जिलो में इस व्यवस्था को लागू करेंगे। बॉर्डर स्कीम में हमें कुछ कठनाई आ रही है ,लेकिन उसका हम अध्ययन कर रहे हैं । हमने कमेटी गठित की है । कमेटी कर रिपोर्ट का अध्ययन किया जायेगा और उसकी के आधार पर कार्रवाई करेंगे।

पुलिस वेलफेयर के सवाल पर श्री सिंह ने कहा कि पुलिस वेलफेयर हमारी सर्वोच्च प्राथमिकता है । हमारे पुलिसकर्मियों के लिए कैसे हम उन्हें मोटिवेट कर के रखे । आपको जानकर खुशी होगी कि अभी तक का यह पहला पुलिस बजट है जिसमें 6000 करोड़ रुपए की बढ़ोतरी मुख्यमंत्री ने पुलिस बजट में की है। अभी पिछले साल तक हमारा बजट 18 हजार करोड़ हुआ करता था। इस बार यह साढ़े 24 हजार करोड़ है ।

उन्होंने कहा कि दो दिन पहले ही मुख्यमंत्री ने हमारे 2000 करोड़ का प्रोजेक्ट का चयन किया है, जिसमें 322 थानों में बैरक और रूम बगैरा थानों में बना रहे हैं । उसके अलावा हर जिले की पुलिस लाइंस में पुलिस पीएसी बटालियन में बैरक होंगे आवासी समस्याओं के लिए मकान बनेंगे और हमारे नौ प्रशिक्षण केन्द्र है और ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट की क्षमता दोगुनी करने जा रहे हैं डबल करने में जो इंफ्रास्ट्रक्चर लगेगा उसमें हम दो हजार करोड़ भी शामिल कर रहे हैं।

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