पुलिस व खुफिया विभाग आधुनिक तकनीक से हो रहा है रुबरू
गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय मे चार दिनों तक ब्रेन फिंगरप्रिंटिंग विषय पर होने वाले प्रक्षिशण व कार्यशाला की शुरुआत भव्य दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ;
ग्रेटर नोएडा। गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय मे चार दिनों तक ब्रेन फिंगरप्रिंटिंग विषय पर होने वाले प्रक्षिशण व कार्यशाला की शुरुआत भव्य दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ, डिपार्टमेंट ऑफ साइकोलॉजी एण्ड मेंटल हेल्थ द्वारा नवनिर्मित ब्रेन मैपिंग लैब पूरे उत्तर भारत में प्रमुख फोरेंसिक जांच प्रयोगशाला के रूप में स्थापित हुई है।
कार्यक्रम में अमेरिका से आए ब्रेन वेव साइंस के चेयरमैन के. आईका ने प्रक्षिशण के दौरान जानकारी देते हुए बताया कि यह तकनीक अंतरराष्टï्रीय सुरक्षा, सीमा सुरक्षा, आप्रवासन, ड्रग्स व मानव तस्करी आदि ज्वलंत समस्याओं के निराकरण में अति लाभदायी है। एलिजा मोंटानु ने बताया की इस तकनीक द्वारा किसी भी अपराध के बाद अपराधी के दिमाग में बह रही तरंगों को इलेक्ट्रोड युक्त ये डिवाइस अपराध के समय के छायाचित्रों को एकत्र करके कंप्यूटर के माध्यम से तरंगों को दर्शाती है।
फॉरेंसिक साइंस लाइब्रेरी (सीबीआई) की डॉ. आशा श्रीवास्तव ने बताया कि इस डिवाइस का प्रयोग एक मासूम व एक अपराधी के दिमाग मे अपराध के समय सेव हुए डाटा का वेव्स के माध्यम से विश्लेषण किया जाता है व अपराधी को पकड़ा जाता है। कार्यक्रम की शुरुआत डिपार्टमेंट ऑफ साइकोलॉजी एण्ड मेंटल हेल्थ के विभागाध्यक्ष डॉ. आनन्द प्रताप सिंह ने कहा कि यह गौतमबुद्ध विश्वविद्यालय का सौभाग्य है की 'ब्रेन वेव साइंस' द्वारा ब्रेन मैपिंग प्रयोगशाला की शुरुआत यहां हुई है, यह प्रयोगशाला पूरे उत्तर भारत में जल्द ही अपना विशेष स्थान बनाएगी।
एएसपी साहिबाबाद अनूप सिंह ने मौके पर पहुंचकर प्रक्षिशण मंडल से कई सवाल किए व महत्वपूर्ण जानकारी एकत्रित की। स्कूल ऑफ़ ह्यूमैनीटीज़ एण्ड सोशल साइंस की डीन डॉ. नीति राणा ने बताया कि इस अगले चार दिनों में अलग अलग सत्र में इस तकनीक का प्रशिक्षण विशेषज्ञों द्वारा दिया जाएगा व इसमें आसपास के पुलिस विभाग, गुप्तचर विभाग, सीबी.आई, सी.बी.सी.आई.डी अदि के कई अफसर मौजूद रहेंगे। कार्यक्रम में डॉ. ओम प्रकाश, डॉ. विवेक मिश्रा, डॉ. आसिफ समेत कई शिक्षकों व विद्यार्थियों ने भाग लिया।