पी.एन.जी. की उपयोगिता दर्शाने के लिए मंडी गोबिन्दगढ़ में स्थापित होंगी मॉडल यूनिटें
पाइप नैचुरल गैस (पीएनजी) की कोयले से ज्य़ादा तकनीकी और आर्थिक उपयोगिता दर्शाने के लिए पंजाब की औद्योगिक नगरी मंडी गोबिन्दगढ़ में दो मॉडल इकाइयां स्थापित की जाएंगी।;
चंडीगढ़। पाइप नैचुरल गैस (पीएनजी) की कोयले से ज्य़ादा तकनीकी और आर्थिक उपयोगिता दर्शाने के लिए पंजाब की औद्योगिक नगरी मंडी गोबिन्दगढ़ में दो मॉडल इकाइयां स्थापित की जाएंगी।
यह जानकारी तंदुरुस्त पंजाब मिशन के निदेशक काहन सिंह पन्नू ने आज यहां दी। उन्होंने बताया कि मंडी गोबिन्दगढ़ और खन्ना में पी.एन.जी. गैस पाइप लाइन की सप्लाई के लिए क्रमवार मैसर्ज आई.आर.एम. एनर्जी प्राईवेट लि. और मैसर्ज थिंक गैस प्राईवेट लि. ने पाइप लाईनें बिछाई हैं लेकिन उद्योगों में तकनीकी जानकारी की कमी होने के कारण उद्योगपति कोयले की जगह पर पी.एन.जी. का प्रयोग करने से झिझकते हैं।
इस क्षेत्र में प्रदूषण की रोकथाम के लिए तत्काल कदम उठाने की ज़रूरत के मद्देनजऱ दो मॉडल इकाईयां स्थापित करने का फ़ैसला लिया गया है जिससे लोग इन इकाईयों के द्वारा पी.एन.जी. के प्रयोग संबंधी जानकारी प्राप्त कर सकें। उन्होंने बताया कि यह यूनिट शुरुआती रुकावटों को ख़त्म करके उद्योगपति कोयले की जगह पर पी.एन.जी. के प्रयोग की सुविधा प्रदान करेगा।
श्री पन्नू ने बताया कि पी.एन.जी. पर चलने वाली मॉडल इकाईयों की समय पर स्थापना को यकीनी बनाने के लिए, पर्यावरण और मौसम परिवर्तन विभाग के निदेशक की अध्यक्षता में एक कमेटी बनाई गई है। जरूरत पड़ी तो इसे सफलतापूर्वक चलाने के लिए देशभर में उपलब्ध प्रौद्यौगिकी की पड़ताल करेगी और किसी नयी तकनीक की खोज के लिए आई.आई.टी. रोपड़ की एक्सपर्ट टीम से तकनीकी सहायता लेगी । अपेक्षित प्रौद्यौगिकी प्राप्त करने के बाद कमेटी 2 महीने के अंदर मॉडल इकाईयां स्थापित करने का काम पूरा करेगी।