उत्तराखंड निवेशक सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे पीएम मोदी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी सात अक्टूबर को होने वाले दो दिवसीय निवेशक सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे जबकि समापन समारोह में केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह शामिल होंगे;
देहरादून। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी सात अक्टूबर को होने वाले दो दिवसीय निवेशक सम्मेलन का उद्घाटन करेंगे जबकि समापन समारोह में केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह शामिल होंगे।
मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने यहां संवाददाता सम्मेलन में यह जानकारी देते हुए कहा कि इस सम्मेलन में कई अन्य केंद्रीय मंत्री भी शामिल होंगे। उन्होंने बताया कि आयोजन से संबंधित सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
उत्तराखण्ड निवेशक सम्मेलन-2018 के लिए पूर्व में राज्य के उद्यमियों से संवाद एवं उनके सुझाव प्राप्त करने के लिये जुलाई और अगस्त में राज्य के हरिद्वार, टिहरी, भीमताल (नैनीताल) तथा उधमसिंह नगर में आयुष, हर्बल, फार्मा एवं सगंध पौध, पर्यटन, वैलनेस, फिल्म शूटिंग एवं पर्यटन, आॅटोमोबाइल तथा खाद्य प्रसंस्करण आदि विषयों पर केन्द्रित 04 सैक्टोरल बेस्ड मिनी काॅन्क्लेव का सफलतापूर्वक आयोजन किया जा चुका है।
निवेशकों को राज्य में निवेश के लिये देश के प्रमुख शहरों, बंगलौर, हैदराबाद, अहमदाबाद, मुम्बई तथा नयी दिल्ली में अगस्त में रोड़ शो के भी आयोजन किये गये।
मुख्यमंत्री ने कहा कि निवेशकों ने राज्य में निवेश के प्रति विशेष अभिरूचि प्रदर्शित करते हुए एग्रो एवं फूड प्रासेसिंग, सौर ऊर्जा उत्पादन, मेडिसिटी, इन्फ्रास्ट्रक्चर, पर्यटन, आॅटो व फाउण्ड्री के क्षेत्र में निवेश के लिये विशेष उत्साह प्रकट किया है। राज्य के पहाडी जिलों में भी निवेश को बढावा देने के लिये राज्य सरकार की ओर से ‘13 डिस्ट्रिक-13 न्यू डेस्टिनेशन’ पर कार्य किया जा रहा है। इनके माध्यम से पर्यटकों को पहाडों मे अधिक से अधिक आकर्षित किया जाने का लक्ष्य है।
एरोमा नीति से पहाड़ो पर सगंध खेती के कलस्टर विकसित हो रहे हैं। आॅर्गनिक खेती को बढ़ावा दिया जा रहा है तथा फूड प्रोसेसिंग, फ्लोरीकल्चर, ग्रामीण पर्यटन, होम स्टे, आयुष व वेलनेस तमाम ऐसे क्षेत्र हैं, जिनमें निवेश के लिए निवेशकों को आकर्षित कर ग्रामीणों को आर्थिक लाभ से जोडे जाने के लिये प्रयास किये गये हैं।
उन्होंने बताया कि इन्ही प्रयासों का परिणाम है कि राज्य में लगभग 80 हजार करोड निवेश के एमओयू की प्रक्रिया जारी है जिसमें से अब तक 75 हजार करोड़ से अधिक के निवेश प्रस्तावों पर एमओयू हो चुके हैं। इसमें सौर ऊर्जा के क्षेत्र में 27 हजार करोड, स्वास्थ्य के क्षेत्र में 14 हजार करोड, मैनुफैक्चरिंग के क्षेत्र में 11 हजार करोड, पर्यटन के क्षेत्र में 13 हजार करोड, आईटी के क्षेत्र में पांच हजार पांच सौ करोड तथा खाद्य प्रसंस्करण के क्षेत्र में पांच हजार करोड़ के एमओयू किये जा चुके हैं।
श्री त्रिवेन्द्र ने बताया कि यही नही जिलों में भी अधिकाधिक निवेश के एमओयू किये जा चुके हैं, जिसमें हरिद्वार में 30, उधमसिंह नगर में 66, नैनीताल में 31, देहरादून में 69, टिहरी में 20, पौडी गढवाल में 38, चमोली में 30, अल्मोडा में 20, रूद्रप्रयाग में 10, चम्पावत में 19, उत्तरकाशाी में 11, पिथौरागढ में 11 तथा बागेश्वर में चार उद्योगों में 1638.57 करोड की लागत के कुल 359 उद्योग स्थापित किये जायेंगे जिसमें 13860 स्थानीय युवाओं को सीधे लाभ मिलेगा।
उन्होंने बताया कि सम्मेलन में औद्योगिक घरानों आईटीसी, रिलायंस, पवनहंस, अमूल, वर्धमान, हीरो मोटोकाॅप, सीएंडएस, रेडिसन ग्रुप, आईबैरक्स एक्सपेडिशन, अजूरे पावर आदि घरानों के प्रतिनिधि शामिल हो रहे हैं। उन्होंने बताया कि इसके अलावा जापान, चैक गणराज्य, अर्जेन्टीना, माॅरीशस, नेपाल के निवेशक भी इस सम्मेलन में भाग लेंगे।