प्रधानमंत्री मोदी ने बिना नाम लिए पाकिस्तान और चीन पर बोला हमला, आतंकवाद पर दुनिया को चेताया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया। इस भाषण में पीएम ने चीन और पाकिस्तान को विश्व मंच से जवाब दिया;
संयुक्त राष्ट्र। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कल संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया। इस भाषण में पीएम ने चीन और पाकिस्तान को विश्व मंच से जवाब दिया। पाकिस्तान पर आतंकवाद को लेकर निशाना साध तो चीन की विस्तारवादी नीतियों पर दुनिया को भी चेताया। प्रधानमंत्री मोदी के संबोधन में अफगानिस्तान का मुद्दा भी था। साथ ही प्रधानमंत्री मोदी ने साफ कर दिया कि खुद संयुक्त राष्ट्र में सुधार की कितनी जरूरत है।
मोदी ने तालिबान से लेकर इमरान के झूठे बयानों पर करारा प्रहार किया वो भी यूएन की मर्यादाओं का ख्याल रखते हुए। मोदी की एक-एक बात दुनिया को सच्चाई से वाकिफ कराती है। उस दुनिया को जिसके कई देश आज भी आतंक को पालने-पोसने वालों के मददगार हैं।
मोदी ने कहा, ''आज, विश्व प्रतिगामी सोच के बढ़ते खतरे और चरमपंथ का सामना कर रहा है। ऐसी स्थिति में पूरे विश्व को विकास के लिए विज्ञान आधारित, तार्किक और प्रगतिशील सोच को आधार बनाना चाहिए। विज्ञान आधारित दृष्टिकोण को मजबूत करने के लिए भारत अनुभव आधारित 'लर्निंग' को बढ़ावा दे रहा है।''
मोदी ने पाकिस्तान की ओर इशारा करते हुए कहा, ''वहीं दूसरी ओर, प्रतिगामी सोच वाले जो देश आतंकवाद का इस्तेमाल एक राजनीतिक औजार के रूप में कर रहे हैं, उन्हें यह समझना होगा कि आतंकवाद उनके लिए भी समान रूप से बड़ा खतरा है।''
प्रधानमंत्री ने कहा कि विश्व को युद्ध प्रभावित देश अफगानिस्तान में लोगों की मदद करने के अपने कर्तव्य को अवश्य पूरा करना चाहिए, जहां महिलाओं, बच्चे और अल्पसंख्यकों को मदद की जरूरत है।
वहीं चीन को निशाने पर लेते हुए उन्होंने, ''हमारे महासागर अंतरराष्ट्रीय व्यापार की जीवन रेखा हैं। हमें विस्तारवाद की होड़ से उसका अवश्य ही संरक्षण करना होगा। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को एक नियम आधारित विश्व व्यवस्था मजबूत करने के लिए एक स्वर में बोलना होगा।''
ये हिंदुस्तान की कूटनीतिक जीत ही है कि अमेरिका और बाकी कई देश यूएनमें भारत को स्थाई सदस्य बनाने का समर्थन कर रहे हैं। विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला ने कहा कि संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (यूएनएसी) का विस्तार और उसमें एक स्थायी सीट पाना भारत की शीर्ष प्राथमिकता है। विदेश सचिव ने कहा कि भारत की भावनाओं को साझा करने वाले कई देशों द्वारा उसकी उम्मीदवारी (यूएनएससी की स्थायी सीट के लिए) को समर्थन मिला है।
विपक्ष ने दौरे पर साधा निशाना, राहुल गांधी ने किया तंज
सरकार इस दौरे को उम्मीदों की नई उड़ान मान रही है। वहीं विपक्ष ने मोदी के दौरे पर हमला कर दिया। राहुल गांधी ने खुद कांग्रेस की तरफ से कमान संभाली।।। राहुल ने सोशल मीडिया पर कमला हैरिस का वीडियो पोस्ट करते हुए लिखा कि लोकतंत्र को तानाशाही में बदलने की कोशिश करने वाले को ये सुनकर अच्छा नहीं लगा होगा।
मोदी ने अपने संबोधन में चाणक्य और टैगोर का भी नाम लिया। कोरोना काल में एशिया के बाहर पीएम का पहला दौरा था। दुनिया में हिंदुस्तान के रिश्तों को नई शुरुआत लेकर आया है। इस दौरे में पीएम ने संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित किया, अमेरिका के राष्ट्रपति और उपराष्ट्रपति से मुलाकात की। इसके साथ ही जापान और ऑस्ट्रेलिया के पीएम से मिले। चार देशों के समूह क्वाड की बैठक में हिस्सा लिया। इसके अलावा अमेरिका के टॉप सीईओ से भी मुलाकात की।
सत्ता और विपक्ष में लड़ाई अभी थमने वाली नहीं है। दोनों तरफ से वार-पलटवार हो रहे हैं। प्रधानमंत्री वापस लौट रहे हैं, देश के लिए उनका ये दौरा कितना फायदेमंद साबित हुआ कोरोना के बाद बदली परिस्थितियों में आर्थिक, सामाजिक और कूटनीति रिश्तों में क्या नयापन आता है, ये सबकुछ जल्द भविष्य में होने वाले फैसलों से पता चल जाएगा।