बाल भिखारियों के पुनर्वास के लिए 10 जिलों में चलाए जाएंगे पायलट प्रोजेक्ट : मंत्री

देश में 2011 की जनगणना के अनुसार भिखारियों की कुल संख्या 4,13,670 है जिनमें से 45,296 बाल भिखारी हैं, जिनकी उमग्र 15 वर्ष से कम है;

Update: 2021-03-17 00:43 GMT

नई दिल्ली। देश में 2011 की जनगणना के अनुसार भिखारियों की कुल संख्या 4,13,670 है जिनमें से 45,296 बाल भिखारी हैं, जिनकी उमग्र 15 वर्ष से कम है, उनके पुनर्वास के लिए सरकार ने पूरे देश में 10 जिले चिन्हित किए हैं, जहां पायलट प्रोजेक्ट चलाए जाएंगे। यह जानकारी सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्यमंत्री रतन लाल कटारिया ने मंगलवार को लोकसभा में एक लिखित जवाब में दी। कटारिया ने बताया कि सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय ने भिक्षावृत्ति में लगे व्यक्तियों के व्यापक पुनर्वास के लिए प्रायोजिक परियाजना यानी पायलट प्रोजेक्ट शुरू करने के लिए 10 शहरों को चिन्हित किया है।

चिन्हित शहरों में अहमदाबाद, बेंगलुरु, चेन्नई, दिल्ली, हैदराबाद, इंदौर, लखनऊ, मुंबई, नागपुर और पटना शामिल हैं। उन्होंने बताया कि इन शहरों में भिक्षावृत्ति में संलग्न बच्चों और भिक्षावृत्ति में संलग्न व्यक्तियों के बच्चों के लिए जागरूकता सृजन, पहचान, पुनर्वास, चिकित्सा सुविधाओं का प्रावधान, परामर्श, शिक्षा और कौशल विकास सहित हर प्रकार की सेवाएं दी जाएंगी।

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