विपक्ष ने चुनाव में जाति का मुद्दा उठाने पर मोदी को घेरा

 विपक्षी दलों के नेताओं ने चुनावी जनसभा में जाति का मुद्दा उठाने को लेकर रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा;

Update: 2019-04-29 01:10 GMT

नई दिल्ली। विपक्षी दलों के नेताओं ने चुनावी जनसभा में जाति का मुद्दा उठाने को लेकर रविवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा।

प्रधानमंत्री ने शनिवार को उत्तर प्रदेश के कन्नौज में एक चुनावी जनसभा में शनिवार को पिछड़ी जाति की अपनी पहचान के प्रति लोगों का ध्यान आकृष्ट करते हुए कहा, "बहनजी (मायावती) मेरा जाति प्रमाणपत्र बांट रही हैं और उन्होंने अब यह काम शुरू कर दिया है। मैं आपको अवश्य बताना चाहिए कि मैं गुजरात में सबसे पिछड़ी जाति से आता हूं।"

मोदी ने कहा, "बहनजी, अखिलेश यादव और कांग्रेस के बताने से पहले मुझे अपनी जाति के बारे में मालूम नहीं था। मैं उनका कृतज्ञ हूं, हालांकि मैं जाति की राजनीति नहीं करता। मेरा उनसे आग्रह है कि वे मुझे जाति की राजनीति में नहीं घसीटें।"

बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने शनिवार को लखनऊ में एक प्रेसवार्ता में कहा, "वह (मोदी) जब गुजरात के मुख्यमंत्री थे तो वह ऊंची जाति के थे। बाद में वह ओबीसी (अन्य पिछड़ा वर्ग) की श्रेणी में शामिल हो गए। बिहार विधानसभा चुनाव के समय अमित शाह ने क्यों कहा कि मोदी ओबीसी हैं?"

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने रविवार को कहा कि उन्हें प्रधानमंत्री की जाति के बारे में कोई जानकारी नहीं है और विपक्ष के लिए यह कोई तवज्जो देने वाला मसला भी नहीं है। 

उन्होंने उत्तर प्रदेश के अमेठी संसदीय क्षेत्र स्थित एक गांव में मीडिया से बातचीत के दौरान कहा, "मुझे नहीं मालूम कि मोदी किस जाति के हैं। विपक्ष और कांग्रेस ने कभी उनकी जाति का मसला नहीं उठाया।"

उन्होंने कहा कि कांग्रेस विकास की चुनौतियों पर ध्यान केंद्रित कर रही है और स्वास्थ्य सेवा, रोजगार, शिक्षा, महिला सुरक्षा और किसानों का संकट जैसे मसलों को उठा रही है। 

उधर, वरिष्ठ कांग्रेस नेता पी. चिदंबरम ने ट्वीट के जरिए कहा, "श्रीमान नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री बनने वाले पहले व्यक्ति हैं जिन्होंने अपनी जाति को लेकर चुनाव अभियान (2014 में) चलाया। मैं एक ओबीसी हूं। अब कहते हैं कि उनकी कोई जाति नहीं है।"

चिदंबरम ने आगे कहा, "2014 और उसके बाद उन्होंने बार-बार कहा कि उनको गर्व है कि लोगों ने एक चायवाला को प्रधानमंत्री के रूप में चुना। अब वह कहते हैं कि उन्होंने कभी अपने चायवाला की पृष्ठिभूमि का जिक्र नहीं किया। प्रधानमंत्री हमें क्या समझते हैं? ऐसा मूर्ख जिनकी यादाश्त काफी कम है।"

वहीं, राष्ट्रीय जनता दल नेता तेजस्वी यादव ने एक ट्वीट में कहा, "मैंने 20 अप्रैल (2019) को कहा था कि प्रधानमंत्री खुद को फर्जी ओबीसी बताते हैं और वह खुद को अत्यंत पिछड़ी जाति के बताएंगे और उन्होंने कल (कन्नौज की रैली में) ऐसा ही किया।"

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