अजय सिंह बने नेता प्रतिपक्ष दूसरी बार संभालेंगे कमान
भोपाल ! दिल्ली और भोपाल में कई दिनों से चली आ रही जोर-आजमाइश के बाद आखिरकार कांग्रेस ने विधानसभा में अपने नेताप्रतिपक्ष के नाम का ऐलान कर दिया है।;
भोपाल ! दिल्ली और भोपाल में कई दिनों से चली आ रही जोर-आजमाइश के बाद आखिरकार कांग्रेस ने विधानसभा में अपने नेताप्रतिपक्ष के नाम का ऐलान कर दिया है। सत्यदेव कटारे के निधन के बाद से यह पद रिक्त था और उपनेता प्रतिपक्ष बाला बच्चन को इसकी जिम्मेदारी प्रभारी के रूप में दी गई थी। अब अजय सिंह (राहुल भैया) को नेताप्रतिपक्ष बनाया गया है। उन्हें यह जिम्मेदारी दूसरी बार मिली है। इसके पूर्व 2011 से 2013 तक वे इस पद पर काम कर चुके हैं।
इस आशय की जानकारी विधायक डॉ. गोविन्द सिंह ने गुरूवार को विधानसभा में दी। इससे पहले अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी की ओर से बनाए गए पर्यवेक्षक अजय माकन ने दिल्ली में उनके नाम की घोषणा की। ज्ञात हो कि स्व. कटारे के निधन के कुछ दिन बाद ही प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने प्रस्ताव भेजकर पार्टी हाईकमान को नेता प्रतिपक्ष चयन के लिए अधिकृत कर दिया था, चार दिन पूर्व ही 20 फरवरी को पर्यवेक्षक अजय माकन, प्रदेश कांग्रेस प्रभारी मोहन प्रकाश और प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अरूण यादव की मौजूदगी में रायशुमारी के लिए कांग्रेस विधायक दल की बैठक प्रदेश कांग्रेस कार्यालय भोपाल में रखी गई। रायशुमारी के स्थान पर बैठक में एक लाइन का प्रस्ताव पारित कर पार्टी हाईकमान को ही इसके लिए अधिकृत कर दिया गया था। अंतत: कल के प्रदर्शन में कांग्रेस ने एकजुटता का संदेश देने के बाद आज गुरूवार को इस महत्वपूर्ण पद के लिए अजय सिंह के नाम की घोषणा कर दी। वैसे, इस पद के लिए उपनेता प्रतिपक्ष बाला बच्चन, वरिष्ठ विधायक मुकेश नायक, पूर्व मंत्री महेन्द्र सिंह कालूखेड़ा और रामनिवास रावत के नाम की भी चर्चा थी। जब रायशुमारी के लिए विधायक दल की बैठक बुलाई गई थी उससे पहले ही 24 विधायकों ने अजय सिंह के निवास पर बैठक कर अपनी ताकत दिखाने का प्रयास किया था। बैठक में 14 विधायकों के साथ वे प्रदेश कांग्रेस कार्यालय भी पहुंचे थे। जिससे यह अंदाजा लगाया जा रहा था कि हाईकमान से उनके नाम की हरी झंडी मिल जाएगी। श्री सिंह पूर्व मुख्यमंत्री स्व. अर्जुन सिंह के पुत्र हैं और दिग्विजय सिंह के मंत्री मंडल में मंत्री भी रह चुके हैं। वे सीधी जिले के चुरहट विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं।