दवाइयों की ऑनलाइन बिक्री बंद की जाए: तजिंदर सिंह
पंजाब में नशीले पदार्थों को खत्म करने के लिए सरकार द्वारा चलाई गयी विशेष मुहिम के तहत पुलिस की जा रही;
जालंधर । पंजाब में नशीले पदार्थों को खत्म करने के लिए सरकार द्वारा चलाई गयी विशेष मुहिम के तहत पुलिस की जा रही छापेमारी से क्षुब्ध राज्य के लगभग 25 हजार दवाई विक्रेता आज दिन भर हड़ताल पर रहे जिससे मरीजों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
रिटेल केमिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष तजिंदर सिंह ने बताया कि वह सरकार के अभियान का समर्थन करते हैं लेकिन इसकी आड़ में पुलिस द्वारा दवा विक्रेताओं के साथ किया जा रहा अपराधियों जैसा व्यवहार बंद किया जाए। उन्होंने कहा कि जो दवा विक्रेता नशीले पदार्थ बेचते हैं, उनकी एसोसिएशन इन दुकानदारों का कोई पक्ष नहीं लेती तथा न ही ऐसे दुकानदारों को अपना सदस्य बनाया जाता है। उन्होंने कहा कि दोषी दुकानदारों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए।
श्री सिंह ने बताया कि हड़ताल कर रही एसोसिएशनों की मांग है कि दवाइयों की ऑनलाइन बिक्री बंद की जाए। उन्होंने कहा कि दवाई विक्रेता दुकानदार डॉक्टर की पर्ची देख कर ही दवाई देता है जबकि ऑनलाइन बिक्री में ऐसे किसी नियम का पालन नहीं किया जाता। उन्होंने कहा कि पंजाब में जो नशीले पदार्थों का जाल फैला हुआ है उसका केवल 10 प्रतिशत ही नशीली दवाइयों पर आधारित है। उन्होंने सुझाव देते हुए कहा कि सरकार को चाहिए कि दवा विक्रेताअों के लाइसेंस के नवीनीकरण के समय जो प्रतिबंधित दवाइयों की मोहर लाइसेंस पर लगाई जाती है उनमें अन्य नशीली दवाईयों को भी शामिल किया जाए ताकि कोई भी दुकानदार इन दवाइयों की बिक्री नहीं करे। दवा विक्रेताओं के लाइसेंस प्रत्येक पांच वर्षों पश्चात नवीनीकृत किए जाते हैं। दवा विक्रेताओं की हड़ताल राज 12 बजे तक जारी रहेगी।