नीतीश ने 'मीठा जहर' देकर शिक्षा व्यवस्था को खंडहर में तब्दील किया : तेजस्वी
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने आज बिहार की शिक्षा व्यवस्था को लेकर एकबार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा;
पटना। राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के वरिष्ठ नेता और राज्य के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने आज बिहार की शिक्षा व्यवस्था को लेकर एकबार फिर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है। बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी ने नीतीश कुमार पर शिक्षा व्यवस्था को खंडहर में तब्दील करने का आरोप लगाते हुए कहा कि पिछले 15 वर्षो में मीठा जहर देकर बिहार की शिक्षा व्यवस्था का निर्ममता से कत्ल किया गया है।
तेजस्वी ने अपने ट्विटर हैंडिल से ट्वीट किया, "नीतीश जी ने स्कूलों और विश्वविद्यालयों से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा समाप्त कर, इन्हें खंडहर में तब्दील कर, दो पीढ़ियों का अपूरणीय नुकसान किया है। दो पीढ़ियों के भविष्य को बर्बाद कर उनके जीवन को अंधेरे कुएं में धकेलने वाले मुख्यमंत्री को इस आपराधिक कृत्य के लिए छात्र और युवा माफ नहीं करेंगे।"
नीतीश जी ने स्कूलो और विश्वविद्यालयों से गुणवत्तापूर्ण शिक्षा समाप्त कर, इन्हें खंडहर में तब्दील कर दो पीढ़ियों का अपूरणीय नुक़सान किया है।
दो पीढ़ियों के भविष्य को बर्बाद कर उनके जीवन को अंधेरे कुँए में धकेलने वाले CM को इस आपराधिक कृत्य के लिए छात्र और युवा माफ़ नहीं करेंगे।
इसके अलावा एक अन्य ट्वीट में तेजस्वी ने लिखा, "क्या आप जानते हैं कि नीतीश सरकार के निकम्मेपन के कारण बिहार में ग्रैजुएशन करने में 6-8 वर्ष और पोस्ट ग्रैजुएशन करने में 4-6 वर्ष लगते हैं? आत्ममुग्ध नीतीश कुमार ने विगत 15 वर्षो में मीठा जहर देकर बिहार की शिक्षा व्यवस्था का निर्ममता से कत्ल किया है।"
क्या आप जानते है नीतीश सरकार के निक्कमेपन के कारण बिहार में ग्रैजुएशन करने में 6-8 वर्ष और पोस्ट ग्रैजुएशन करने में 4-6 वर्ष लगते है?
आत्ममुग्ध नीतीश कुमार जी ने विगत 15 वर्ष में मीठा ज़हर देकर बिहार की शिक्षा व्यवस्था का निर्ममता से क़त्ल किया है।
तेजस्वी ने अन्य लोगों से इस विषय में सोचने की अपील करते हुए एक अन्य ट्वीट में लिखा, "साथियों, राजनीति से ऊपर उठकर सोचिए, समझिए और पहचानिए कि विगत 15 वर्षो में प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था की मृत प्राय: स्थिति क्यों और किसके द्वारा की गई? यह आपकी वर्तमान और भविष्य का ही नहीं, अपितु आने वाली पीढ़ियों के सुनहरे भविष्य का भी सवाल है।"
साथियों, राजनीति से ऊपर उठकर सोचिए, समझिए और पहचानिए कि विगत 15 वर्ष में प्रदेश की शिक्षा व्यवस्था की मृत प्रायः स्थिति क्यों और किसके द्वारा की गयी? यह आपकी वर्तमान और भविष्य का ही नहीं अपितु आने वाली पीढ़ियों के सुनहरे भविष्य का भी सवाल है।https://t.co/cLcyUFaQf8
उल्लेखनीय है कि महागठबंधन में शामिल दल इन दिनों राज्य की शिक्षा व्यवस्था को लेकर सरकार पर हमलावर हैं। पिछले दिनों राज्य की शिक्षा-व्यवस्था को लेकर राष्ट्रीय लोक समता पार्टी (रालोसपा) के प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा अनशन पर भी बैठे थे।