अरुणाचल की राजनीति में लौटने से रिजिजु का इन्कार
नयी दिल्ली ! केंद्रीय गृहराज्य मंत्री किरण रिजिजू ने अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री के रुप में राज्य की राजनीति में लौटने संबंधी अटकलों को विराम देने की आज अपील की;
नयी दिल्ली ! केंद्रीय गृहराज्य मंत्री किरण रिजिजू ने अरुणाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री के रुप में राज्य की राजनीति में लौटने संबंधी अटकलों को विराम देने की आज अपील की और आश्वस्त किया कि वह केंद्र में ‘वॉयस ऑफ अरुणाचल’ के अपनी भूमिका को तरजीह देंगे।
श्री रिजिजू ने ट्वीट किया, “मेरे वरिष्ठ सहयोगी मुझे मुख्यमंत्री बनने के लिये प्रोत्साहित कर रहे हैं लेकिन मैं अरुणाचल की आवाज बनकर रहना चाहता हूं। जनता मुझे सांसद के रुप में चाहती है न कि मुख्यमंत्री के रुप में।”
ट्विटर पर आई उन टिप्पणियों पर, जिनमें कहा गया था कि श्री रिजिजू हाल के दिनों में कट्टर ‘हिंदुत्व’ के लिये संघ के प्रवक्ता बनते जा रहे हैं, इस पर उन्होंने कहा, “मैं जो कुछ कहता हूं उसे मैं ईमानदारी से कहता हूं।” उन्होंने कहा कि कुछ जानकारियां राजनीतिक विरोधियों द्वारा दी गयी थी लेकिन कोई बात नहीं।
अरुणाचल पश्चिम से सांसद श्री रिजिजू हाल ही में उस समय समाचारों की सुर्खियां बने जब उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय की छात्रा गुरमेहर कौर का मुद्दा उठाया, जिसमें उसने (गुरमेहर) पाकिस्तान पर अपना रुख जताया था और भारतीय जनता पार्टी और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से संबंद्ध अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद पर प्रतिकूल टिप्पणी की थी। ‘युद्ध’ पर गुरमेहर की प्रतिक्रिया और पोस्ट तथा पाकिस्तान ने उसके पिता को नहीं मारने संबंधी टिप्पणी पर श्री रिजिजू ने कहा कि वह जानना चाहते हैं कि कौन है वो जो उसके(गुरमेहर) के दिमाग को प्रदूषित कर रहा है।
वह उस समय भी खबरों की सुर्खियां बने जब कुछ दिन पहले उन्होंने कहा था कि चीन की आपत्ति के बावजूद तिब्बत के आध्यात्मिक गुरु दलाई लामा अगले महीने पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के मुताबिक अरुणाचल प्रदेश की यात्रा पर आयेंगे।
इस संबंध में उन्होंने कहा कि दलाई लामा अरुणाचल प्रदेश सरकार के मेहमान के तौर पर चार से 13 अप्रैल तक पूर्वोत्तर राज्यों की यात्रा पर आयेंगे।