देश को इसरो की उपलब्धियों पर गर्व : मोदी
नई दिल्ली ! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि देश को अपने वैज्ञानिकों पर गर्व है जिन्होंने एक ही बार में 104 उपग्रहों को प्रक्षेपित कर दुनिया में देश का मस्तक ऊंचा कर दिया है।;
नई दिल्ली ! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कहा कि देश को अपने वैज्ञानिकों पर गर्व है जिन्होंने एक ही बार में 104 उपग्रहों को प्रक्षेपित कर दुनिया में देश का मस्तक ऊंचा कर दिया है। उन्होंने कहा कि बैलिस्टिक इंटरसेप्टर मिसाइल के सफल परीक्षण ने देश की सुरक्षा में बेहद महत्वपूर्ण आयाम जोड़ दिए हैं। अपने रेडियो कार्यक्रम 'मन की बात' में प्रधानमंत्री ने भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) की उपलब्धियों को दिल खोलकर सराहा।
उन्होंने कहा, "15 फरवरी, 2017 भारत के जीवन में गौरवपूर्ण दिवस है। हमारे वैज्ञानिकों ने विश्व के सामने भारत का सिर गर्व से ऊंचा किया है। इस दिन एक-साथ 104 उपग्रहों को अंतरिक्ष में भेजकर इतिहास रचने वाला भारत दुनिया का पहला देश बन गया।"
प्रधानमंत्री ने कहा, "पूरी दुनिया ने भारतीय वैज्ञानिकों की सफलता की दिल खोलकर प्रशंसा की है।"
मोदी ने कहा कि 104 उपग्रहों में से एक काटरेसैट 2डी खासतौर पर किसानों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।
मोदी ने कहा, "किसानों के लिए यह नया उपग्रह कई मामलों में बेहद लाभदायक रहेगा, जैसे कि हमारे जलस्रोतों में कितना पानी बचा है, इसे किस प्रकार सबसे बेहतरीन ढंग से इस्तेमाल किया जा सकता है, इस बारे में किन बातों का ध्यान रखने की जरूरत है।"
प्रधानमंत्री ने कहा कि इंटरसेप्टर मिसाइल के परीक्षण ने भारत को सुरक्षा के क्षेत्र में एक 'अत्याधुनिक दक्ष' देश बना दिया है।
मोदी ने कहा, "भारत ने सफलतापूर्वक बैलिस्टिक इंटरसेप्टर मिसाइल का परीक्षण किया है।"
उन्होंने कहा, "इंटरसेप्टर प्रौद्योगिकी पर आधारित इस परीक्षण के दौरान पृथ्वी के ऊपर लगभग 100 किलोमीटर की ऊंचाई पर एक दुश्मन मिसाइल को नष्ट किया गया और यह इसकी सफलता को चिह्न्ति करता है।"
उन्होंने कहा, "सुरक्षा के क्षेत्र में यह एक महत्वपूर्ण व अत्याधुनिक दक्षता है और आप यह जानकर खुश होंगे कि दुनिया के केवल चार-पांच देशों के पास ही यह क्षमता हासिल है।"
मोदी ने कहा, "भारत के वैज्ञानिकों ने इस कौशल का प्रदर्शन किया है। अगर कोई 2,000 किलोमीटर की दूरी से मिसाइल द्वारा भारत पर हमला करता है तो हमारी मिसाइल पहले ही उसे नष्ट कर सकती है।"
भारत ने 11 फरवरी को पृथ्वी डिफेंस व्हिकल (पीडीवी) इंटरसेप्टर मिसाइल का सफलतापूर्वक परीक्षण किया था।
प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में देश में महिलाओं को और महत्व देने की जरूरत पर बल दिया।
मोदी ने कहा, "पूरा विश्व आठ मार्च को महिला दिवस के रूप में मनाता है। भारत में हमारी बेटियों को और महत्व दिए जाने की जरूरत है।"
मोदी ने इस महीने एशियन रग्बी सेवन्स ट्रॉफी में रजत पदक जीतने पर महिला टीम को बधाई भी दी।
मोदी ने कहा, "चाहे वह खेल या विज्ञान के क्षेत्र में हो, देश की महिला किसी भी क्षेत्र में पीछे नहीं हैं। वे कंधे से कंधा मिलाकर आगे बढ़ रही हैं और उल्लेखनीय उपलब्धियों से देश का नाम रोशन कर रही हैं।"
प्रधानमंत्री ने कहा कि 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' अभियान से पारंपरिक मान्यताओं को लेकर लोगों के नजरिए में बदलाव आया है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि हर नागरिक स्वच्छ भारत के लिए प्रयासरत है। उन्होंने कहा, "सरकार, समाज, संगठन, संस्थान, नागरिक और हर व्यक्ति किसी न किसी तरह से स्वच्छता के लिए प्रयासरत है।"
उन्होंने स्वच्छता के लिए देशभर में चलाए जा रहे विभिन्न कार्यक्रमों और गतिविधियों का भी उदाहरण दिया।
उन्होंने कहा कि तेलंगाना के वारंगल में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जिसमें 23 राज्यों के शीर्ष अधिकारियों ने हिस्सा लिया था।
प्रधानमंत्री ने 17 और 18 फरवरी को हैदराबाद में शौचालय के गड्ढों को साफ किए जाने का भी जिक्र किया।
मोदी ने कहा, "छह घरों में टॉयलेट पिट्स को खाली किया गया और उनकी सफाई की गई और अधिकारियों ने व्यक्तिगत तौर पर दर्शाया कि ट्विन पिट टॉयलेट को खाली करके फिर से इस्तेमाल किया जा सकता है।"
कालेधन के प्रसार और भ्रष्टाचार से लड़ने में डिजिटल भुगतान को सहायक बताते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि हर नागरिक को चाहिए कि वह 125 लोगों को भीम डिजिटल भुगतान एप के इस्तेमाल के बारे में सिखाए।
मोदी ने कहा, "बाबासाहेब अंबेडकर को याद करके आप करीब 125 लोगों को भीम एप डाउनलोड करना सिखाएं।"