चेहरा प्रोजेक्ट करने की नीति कभी नहीं थी: सचिन पायलट
राजस्थान प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा कि विधानसभा चुनावों के लिये कांग्रेस की राज्यों में चेहरा प्रोजेक्ट करने की नीति न तो पहले थी और न ही कभी रहेगी;
जयपवुर। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष सचिन पायलट ने कहा कि विधानसभा चुनावों के लिये कांग्रेस की राज्यों में चेहरा प्रोजेक्ट करने की नीति न तो पहले थी और न ही कभी रहेगी ।
पायलट ने आज यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुये कहा कि कांग्रेस ने सदैव चेहरों पर नहीं बल्कि संगठन और विचारधारा को प्रमुखता दी है जिसके कारण वह लगातार जनता से जुडी रही है।
उन्होंने कहा कि यह सही है कि कांग्रेस वर्तमान में विपक्ष में है लेकिन उसका स्थाईत्व लगातार बना हुआ है तथा वह आज भी जनता में सर्वाधिक लोकप्रिय है। उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह द्वारा कर्नाटक में येदीरूप्पा और मध्यप्रदेश में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पार्टी का चेहरा बताते हुये उनके नेतृत्व में आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने पर कटाक्ष करते हुये प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से राजस्थान में आगामी विधानसभा चुनाव में पार्टी के चेहरे के संबंघ में अपना रूख स्पष्ट करने की मांग की है।
उन्होंने कहा कि शाह ने कर्नाटक, मध्यप्रदेश आदि राज्यों में विधानसभा चुनावों के लिये चेहरों की घोषणा कर दी है लेकिन अभी तक राजस्थान के बारे में कोई संकेत नहीं दिये है।
उन्होंने कहा कि शाह ने राज्य सरकार की तमाम नाकामियों को नजरअंदाज करते हुये मुख्यमंत्री के काम की तारीफ तो की है लेकिन उन्होनें यह स्पष्ट नहीं किया कि राजस्थान मेंराजे ही पार्टी का चेहरा होगी।
ऐसे में प्रधानमंत्री को अपनी राजस्थान यात्रा के दौरान अपना रूख साफ कर देना चाहिये। उन्होंने बिहार में आरजेडी नेता लालू यादव और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी का जिक्र करते हुये केन्द्र की मोदी सरकार पर संवैधानिक संस्थाओं का दुरूपयोग करने का आरोप लगाते हुये कहा कि वह जानबूझकर विपक्ष को टारगेट करने का प्रयास कर रही है जिसमें वह कभी सफल नहीं होगी।
उन्होंने कहा कि केन्द्र की मोदी सरकार विपक्ष के विरोध को बर्दाश्त नहीं कर पा रही है इसीलिये वह संवैधानिक संस्थओं के जरिये इन नेताओं पर अंकुश लगाने का प्रयास कर रही है।