भाजपा राज में नागरिक और जवान दोनों असुरक्षित - माकपा
मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने आज सुकमा में सीआरपीएफ के जवानों पर हुए नक्सली हमले की कड़ी निंदा की है और मारे गए जवानों के शोक संतप्त परिवारों के साथ अपनी संवेदना का इज़हार किया है।;
रायपुर, 24 अप्रैल। मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी ने आज सुकमा में सीआरपीएफ के जवानों पर हुए नक्सली हमले की कड़ी निंदा की है और मारे गए जवानों के शोक संतप्त परिवारों के साथ अपनी संवेदना का इज़हार किया है।
माकपा ने इसे भाजपा सरकार की राजनैतिक-रणनीतिक विफलता करार देते हुए कहा है कि भाजपा राज में आम नागरिक और जवान दोनों असुरक्षित है।
आज यहां जारी एक बयान में माकपा राज्य सचिव संजय पराते ने कहा है कि नक्सलियों के एक बड़े समूह द्वारा किये गए इस हमले से नक्सली गतिविधियों पर नियंत्रण के सरकार के दावे की पूरी तरह से पोल खुल गई है।
उन्होंने कहा कि इस सरकार की सबसे बड़ी विफलता तो यही रही है कि नक्सली गतिविधियों से निपटने के लिए एक आम राजनैतिक सहमति विकसित करने में वह नाकाम रही है और इसे केवल कानून-व्यवस्था की समस्या मानते हुए उसने सैन्य समाधान पर ही बल दिया है। भाजपा की इस नीति का नतीजा यह हुआ है कि प्राकृतिक संसाधनों की लूट के खिलाफ चलने वाले जनतांत्रिक आंदोलनों को भी उसने 'माओवादी' करार देकर कुचलने की कोशिश की है। यहां तक कि नागरिकों और आदिवासियों के नागरिक और मानवाधिकारों को भी राज्य-प्रायोजित आतंकवाद और दमन से कुचला गया है। इससे नागरिकों और आदिवासियों का शासन-प्रशासन से अलगाव ही बढ़ा है और नक्सलियों को ही मजबूती मिली है।
माकपा ने आशा व्यक्त की है कि इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद राज्य सरकार माओवाद से निपटने की अपनी नीति की समग्र समीक्षा करेगी।