देश में ही बने पोर्टेबल डाइवर डिटेक्शन सोनार से नौसेना को किया जायेगा लैस
समुद्र के भीतर की गतिविधियों की निगरानी के लिए नौसेना को देश में ही बने पोर्टेबल डाइवर डिटेक्शन सोनार से लैस किया जायेगा और इसके लिए ‘मेक इन इंडिया ’ योजना के तहत देश की एक अग्रणी निजी कंपनी के साथ;
नयी दिल्ली। समुद्र के भीतर की गतिविधियों की निगरानी के लिए नौसेना को देश में ही बने पोर्टेबल डाइवर डिटेक्शन सोनार से लैस किया जायेगा और इसके लिए ‘मेक इन इंडिया ’ योजना के तहत देश की एक अग्रणी निजी कंपनी के साथ समझौता किया गया है।
देश के रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करने के सरकार के प्रयासों के तहत नौसेना ने निजी क्षेत्र की कंपनी के साथ दूसरा ऐसे सौदा किया है जिसमें भारतीय कंपनी द्वारा देश में ही बनाये गये उत्पादों की खरीद की जायेगी। इससे पहले नौसेना ने युद्धपोतों के लिए सतही निगरानी रडार की आपूर्ति के लिए भी देश की एक प्रमुख कंपनी के साथ समझौता किया था।
नौसेना ने पोर्टेबल डाइवर सोनार बनाने के लिए टाटा पॉवर स्ट्रेटजिक इंजीनियरिंग डिविजन के साथ करार किया है जो डीएसआईटी इजरायल से प्रौद्योगिकी हस्तांतरण के आधार पर अपनी बेंगलुरू स्थित इकाई में ये रडार बनायेगी। इन रडारों से नौसेना की समुद्र के भीतर निगरानी क्षमता बढेगी और छोटे समुद्री अभियानों को सफलतापूर्वक अंजाम दिया जा सकेगा। इसके साथ ही वह विषम परिस्थितियों में उत्पन्न होने वाली चुनौतियों से भी बखूबी निपट सकेगी।