मोदी सरकार समस्याओं को हल करने में विफल: अजित सिंह
राष्ट्रीय लोक दल( रालोद) प्रमुख अजित सिंह ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि इस समय मोदी सरकार के सामने अनेकों समस्याएं मुंह बाये खडी है जिन्हे हल करने में वह विफल हो रही है;
मुजफ्फरनगर। राष्ट्रीय लोक दल( रालोद) प्रमुख अजित सिंह ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा है कि इस समय मोदी सरकार के सामने अनेकों समस्याएं मुंह बाये खडी है जिन्हे हल करने में वह विफल हो रही है।
यहां महावीर चैक स्थित सिंचाई विभाग के डाक बंगले पर शुक्रवार को रालोद के मुखिया ने पत्रकारों से कहा कि प्रधानमंत्री मन की बात और भाषणों में कभी यह नहीं बताते कि उनकी व्यकितगत उपलब्धियां क्या है? वह हमेशा दूसरों के गड़बड़ियां व घोटालों पर ही ध्यान केंद्रित करते है।
हकीकत यह है कि आज के हालात में हर वर्ग परेशान हो चुका है। नोटबंदी से निर्माण कार्य ठप्प हो गये, रही सही कसर जीएसटी ने पूरी कर दी। फिलहाल लोग बदलाव की ओर अपना मन बना रहे है। हाल ही में राफेल ओर सीबीआई के मामले से खुद मोदी सरकार भी संदेह के घेर में घिर गयी है। यही कारण है कि अब इस देश की जनता परिवर्तन की मांग कर रही है।
चौधरी अजित सिंह ने अपने दो दिवसीय दौरे का उल्लेख करते हुए कहा कि वह दो दिन से शामली और मुजफ्फरनगर में सक्रिय है। नौ साल के बाद वह गत दिवस लालूखेडी की जनसभा में पहुंचे और लोगों से सीधा संवाद शुरू किया। उन्होंने महसूस किया कि उनकी बात सुनने के लिए लोग बस और कार को त्यागकर ट्रैक्टर ट्रॉली में सभास्थल तक पहुंचे और उनकी बातों को सुना। उन्होंने बताया कि सीबीआई में फेरबदल पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी बाजपेयी के कार्यकाल में भी हुई थी। यह कोई नई बात नहीं है। जिस तरह से सीबीआई के चीफ को देर रात्रि को हटाया गया और उनका कमरा सील कर दिया गया इसने अनेकों सवाल खडे कर दिये है।
भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) ने हरिद्वार से दिल्ली तक मार्च निकाला यदि प्रधानमंत्री मोदी उनकी बात सुन लेते तो अच्छा होता अनावश्यक मामला न बढ़ता। उन्होंने आरोप लगाया कि गन्ना मूल्य तय नहीं हुआ है और सरकार की पोलिसी के कारण बाजार में गेहूं, बाजरा और दालों के दाम घट रहे है क्योंकि सरकार इन चीजों का आयात कर रही है। यह सरासर किसानों के साथ धोखा है। हर तरह से किसान को ही दबाया जा रहा है यदि प्रदूषण फैलता है तो उसके लिए भी किसान को ही जिम्मेदार ठहराया जाता है।
गठबंधन के संबंध में पूछे गये सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि फिलहाल वह संगठन पर ध्यान नहीं दे रहे है और भाषण और वोट को लेकर चल रहे है। गठबंधन की क्या स्थिति होगी यह तो आने वाला समय ही बतायेगा? उन्होंने संकेत दिया कि बहन मायावती का मूड अन्य प्रदेशों के मामले में भले ही कुछ भी हो लेकिन उत्तर प्रदेश के मामले में ठीक है।
उन्होंने संकेत दिया कि गठबंधन की शर्तो के मुताबिक यदि उन्हे मुजफ्फरनगर से चुनाव लडने के लिए कहा गया तो वह इनकार नहीं करेंगे।
इससे पूर्व निरीक्षण भवन के डाकबंगले पर रालोद प्रमुख ने जाट, मुस्लिम और दलित नेताओं के साथ की एक बैठक भी की।