जीवीके कर्मचारी आंदोलन की राह पर न्यूनतम मजदूरी की मांग, सौंपा ज्ञापन

छग राज्य में संचालित संजीवनी 108 व महतारी 102 आपातकालीन चिकित्सा सेवा में कार्यरत कर्मचारियों को न्यूनतम मजदूरी से वंचित रखे जाने पर कर्मचारियों ने आक्रोश जाहिर किया है;

Update: 2017-10-12 17:18 GMT

दुर्ग। छग राज्य में संचालित संजीवनी 108 व महतारी 102 आपातकालीन चिकित्सा सेवा में कार्यरत कर्मचारियों को न्यूनतम मजदूरी से वंचित रखे जाने पर कर्मचारियों ने आक्रोश जाहिर किया है। उन्होंने संचालनक ऐजेंसी जीवीके कम्पनी द्वारा न्यूनतम मजदूरी दर के अनुसार वेतन नहीं दिए जाने की शिकायत कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा की है।

समय पर वेतन की मांग तथा न्यूनतम मजदूरी की मांग को लेकर 16 अक्टूबर को एक दिवसीय सांकेतिक धरना प्रदर्शन किए जाने की घोषणा की गई है। इसके बाद भी हल नहीं निकलने पर 19 अक्टूबर को सामूहिक अवकाश लिया जाएगा।

प्रदर्शनकारियों ने बताया राज्य शासन द्वारा अप्रैल 2017 से न्यूनतम मजदूरी दर में वृद्धि की गई है, इस वृद्धि से जीवीके कंपनी द्वारा कर्मचारियों को वंचित रखा जा रहा है। वहीं मासिक वेतनमान भुगतान भी समय पर नहीं किया जा रहा है। इस मुद्दे पर जीवीके कम्पनी और कर्मचारियों के बीच मध्य 6 माह से हुई चर्चा में मात्र आश्वासन ही मिला है।

आर. प्रसन्ना तात्कालीन स्वास्थ्य संचालक के समक्ष जीवीके कंपनी के सीईओ एच.आर. हेड एवं कर्मचारियों के बीच बैठक के दौरान भी चर्चा की गई थी। जिस पर स्वास्थ्य संचालक द्वारा कंपनी को समय पर वेतनमान दिए जाने का निर्देश दिया गया था। परन्तु समस्या का समाधान नहीं हो पाया है।

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