दिल्ली जल बोर्ड का मिनरल वाटर प्लांट शुरू, 3 शिफ्ट में करेगा प्लांट काम

दिल्ली जल बोर्ड के मिनरल वाटर बोटलिंग प्लांट शुरू हो गया है;

Update: 2022-09-09 22:12 GMT

नई दिल्ली। दिल्ली जल बोर्ड के मिनरल वाटर बोटलिंग प्लांट शुरू हो गया है। इसकी प्रतिदिन 9 हजार बोतल भरने की क्षमता है। इस बोटलिंग प्लांट में आधुनिक तकनीकों का प्रयोग कर ऑटोमैटिक तरीके से पानी को पीने लायक बनाकर बोतल में भरा जाएगा और फिर जल सुविधा केन्द्र के जरिए ये पानी की बोतलें आम जनता तक पहुंचाई जाएंगी। 
इसके साथ ही अलग-अलग संस्थान या कोई आम व्यक्ति पानी की बोतलों के लिए बड़े ऑर्डर्स भी दे सकता है।

दिल्ली जल बोर्ड के उपाध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने दक्षिणी दिल्ली के सादिक नगर में एक वाटर बोटलिंग प्लांट की शुरूआत करते हुए बताया कि, यह प्लांट 3 शिफ्ट में काम करेगा। हर शिफ्ट में 3 हजार बोतल पैक करने का काम किया जाएगा यानि एक दिन में 9 हजार बोतल पानी भरने की क्षमता होगी। बोतलें भरने के लिए प्लांट को जो पानी सप्लाई किया जा रहा है उसमें वेस्ट होने वाले पानी को भी दोबारा रिसाइकिल कर के प्रयोग में लाया जाएगा ताकि पानी की बबार्दी बिल्कुल भी ना हो।

दिल्ली जल बोर्ड के इस बोटलिंग प्लांट से गंगा का निर्मल और मिनरल युक्त पानी सप्लाई किया जाएगा और इसकी गुणवत्ता और क्वालिटी को लैबोरेटरी द्वारा नियमित तौर पर चेक किया जाता रहेगा। साथ ही इन पानी की बोतलों की कीमत भी दिल्ली जल बोर्ड ही निर्धारित करेगा ताकि आम लोगों को सही कीमत पर बाजार से बेहतर पानी उपलब्ध कराया जा सके।

दिल्ली जल बोर्ड के मुताबिक, बोटलिंग प्लांट से जो पानी सप्लाई होगा उसकी क्वालिटी बीआईएस स्टैंडर्ड के मानकों से भी बेहतर होगी। बाजार में बिकने वाले पैकेज्ड पानी की बोतलों से भी यह बेहतर होगा। इस प्लांट में रोज गंगा नदी से 3.5 लाख लीटर पानी सप्लाई किया जाएगा। जिससे आम लोगों को पीने के लिए गंगा नदी का निर्मल और मिनरल युक्त पानी मिल सके।

इस प्लांट में पानी को पीने योग्य बनाने के लिए एक्टिवेटेड कार्बन और माइक्रो फिल्टरेशन तकनीक का इस्तेमाल किया जाएगा। साथ ही इस प्लांट में बोटलिंग, बोतल की धुलाई, बोतल भरने और पैक करने के लिए किसी इंसान के हस्तक्षेप की जरूरत नहीं होगी, ये प्लांट पूरी तरह ऑटोमैटिक है।

दिल्ली जल बोर्ड इस प्लांट में कामकाज पर पूरी तरह निगरानी रखेगा ताकि पानी की क्वालिटी को लेकर कोई कमी ना होने पाए। इस प्लांट में किसी भी तरह के केमिकल का प्रयोग नहीं किया जाएगा। इसके अलावा इस प्लांट में क्वालिटी को समय समय पर लैबोरेटरी द्वारा चेक किया जाएगा, ताकि ये सुनिश्चित किया जा सके कि पानी की बोटलिंग में सबसे अच्छी तकनीक का सही तरीके से उपयोग किया जा रहा है। इस प्लांट से निकलने वाले पानी के बोतल की कीमतें भी दिल्ली जल बोर्ड निर्धारित करेगा।

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