आर्मी ग्रुप इंश्योरेंस के नाम पर लाखों ठगने वाले गैंग का खुलासा

गैंग लीडर समेत 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया, इस गैंग में एलएलबी से लेकर बीकॉम कर चुके युवक शामिल हैं;

Update: 2018-10-11 12:34 GMT

नोएडा। गूगल से आर्मी के रिटायर्ड अधिकारियों की डिटेल लेकर आर्मी ग्रुप इंश्योरेंस के नाम पर लाखों रुपए ठगने वाले एक गैंग का खुलासा हुआ है। 

नोएडा साइबर सेल ने बुधवार को गैंग लीडर समेत 11 आरोपियों को गिरफ्तार किया। इस गैंग में एलएलबी से लेकर बीकॉम कर चुके युवक शामिल हैं।

गैंग लीडर 2014 में नोएडा के एक फर्जी कॉल सेंटर में नौकरी करने के दौरान ही ठगी करने के टिप्स ले लिए और फिर राजस्थान, महाराष्ट्र, यूपी, दिल्ली समेत कई राज्यों के लोगों को इंश्योरेंस दिलाने के नाम पर जालसाजी करने लगा था।

इस गैंग के कई मेंबर 2016 से 2017 के बीच जयपुर, दिल्ली व पुणे पुलिस की गिरफ्त में आकर जेल  जा चुके हैं।

एसएसपी डॉ. अजयपाल ने बताया कि गैंग लीडर विश्वजीत 10वीं पास है और सहायक गैंग लीडर पवन कुमार बीकाम है। यही दोनों एलएलबी कर चुके सचिन तोमर, बीकॉम करने वाले अभिषेक व प्रशांत कुमार व पीयूष, संदीप, कामिल, प्रमोद, मृदुल व धर्मेंद्र के साथ मिलकर पिछले कई साल से ठगी कर रहे थे। इनमें से 5 पहले कई बार जेल जा चुके हैं। 
 

ऐसे फंसाते थे जाल में 
नोएडा के रिटायर्ड मेजर जनरल केके सहगल को जुलाई 2018 में एक जालसाज ने फोन पर कहा था कि कारगिल व अन्य युद्ध में लड़ने वाले आर्मी अधिकारियों के लिए आरबीआई के निर्देश पर आर्मी ग्रुप इंश्योरेंस शुरू किया गया है।

इसमें आपका नंबर सेलेक्ट हुआ है। इसके तहत आपको 9 लाख 60 हजार रुपए का इंश्योरेंस मिलेगा। हालांकि, इसके लिए सिक्योरिटी मनी के तौर पर 32 हजार व पैन कार्ड व अन्य कागजात देने होंगे।

इनके झांसे में आकर रिटायर्ड अधिकारी ने जालसाज के बताए पते पर कुरियर कर दिया। कुछ दिनों बाद फिर से जालसाज का फोन आया कि उन्हें इंश्योरेंस का 9.60 लाख भेजे जाने का चेक तैयार है लेकिन वित्त मंत्रालय व आरबीआई की गाइडलाइंस के मुताबिक पहले आपको इस अमाउंट का 15 फीसदी टैक्स व टीडीएस जमा करना होगा।

इस तरह 2.88 लाख रुपए भरने के बाद आपको आपका पैसा भेज दिया जाएगा और बाद में जमा किए हुए टैक्स व टीडीएस का पैसा रिफंड कर दिया जाएगा। इसके बाद रिटायर्ड अधिकारी 2.88 लाख रुपए दिए थे।

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