तत्तापानी के पर्यटन विकास के लिए मास्टर प्लान है जल क्रीड़ा गंतव्य: सीएम
जयराम ठाकुर ने आज कहा कि तत्तापानी को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाएगा, क्योंकि इस क्षेत्र को जल क्रीड़ा गतंव्य के रूप में विकसित करने की अपार संभावनाएं हैं;
शिमला। हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री जयराम ठाकुर ने आज कहा कि तत्तापानी को पर्यटन की दृष्टि से विकसित किया जाएगा, क्योंकि इस क्षेत्र को जल क्रीड़ा गतंव्य के रूप में विकसित करने की अपार संभावनाएं हैं।
ठाकुर ने सोमवार को मंडी जिले के करसोग क्षेत्र में तत्तापानी में आयोजित एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि कौल बांध के निर्माण के फलस्वरूप यह क्षेत्र एक ऐसे स्थल के रूप में उभरा है, जिसे राज्य के एक प्रमुख जल क्रीड़ा गंतव्य के रूप में विकसित किया जा सकता है।
मुख्यमंत्री ने कहा, "पिछले एक वर्ष के दौरान राज्य सरकार ने प्रदेश के प्रत्येक क्षेत्र का एक समान और संतुलित विकास सुनिश्चित किया है। क्षेत्र के लिए मिनी सचिवालय भवन और आईटीआई भवन स्वीकृत किया गया है, जिसके निर्माण पर क्रमश: 14.86 करोड़ रुपये और लगभग आठ करोड़ रुपये की लागत आएगी।"
ठाकुर ने कहा, "वर्तमान राज्य सरकार को पिछली राज्य सरकार के वित्तीय कुप्रबंधन के कारण 46,500 करोड़ रुपये का ऋण भार विरासत में मिला है। इस स्थिति से निपटने के लिए, राज्य सरकार ने केन्द्रीय निधि के लिए विकास परियोजनाओं को तैयार करने का निर्णय लिया है। राज्य को केंद्र सरकार से 9,500 करोड़ रुपये की विकासात्मक परियोजनाओं को स्वीकृत करवाने में सफलता मिली है।"
मुख्यमंत्री ने कहा, "सरकार द्वारा आरम्भ किया गया जन मंच आम आदमी की शिकायतों के तत्काल निवारण के लिए वरदान साबित हुआ है, तथा राज्य के विभिन्न हिस्सों में आयोजित जन मंच में 22,000 से अधिक शिकायतों का निपटारा किया गया है। राज्य सरकार का पहला निर्णय गरीबों और वृद्धों के कल्याण के लिए वृद्धावस्था पेंशन का लाभ उठाने के लिए आयु सीमा 80 साल से कम करके 70 साल कर दी गई है।"
उन्होंने कहा कि विपक्षी नेताओं ने उनकी दिल्ली यात्राओं के बारे में बहुत कुछ कहा है, लेकिन अब राज्य के विकास के लिए राज्य सरकार की बड़ी पहल के बाद, इन नेताओं के पास कहने के लिए कुछ नहीं है।
उन्होंने कहा, "हिमाचल गृहिणी सुविधा योजना के तहत, लाभार्थियों को लगभग 40,000 नए गैस कनेक्शन प्रदान किए गए हैं, तथा हिमाचल प्रदेश इस साल मई के अंत तक हर घर में गैस कनेक्शन प्रदान करने वाला देश का पहला राज्य बन जाएगा।"
राज्य सरकार की ओर से जारी बयान के अनुसार, इससे पहले मुख्यमंत्री ने तत्तापानी में घाटों के निर्माण की आधारशिला रखी, जिसे एनटीपीसी द्वारा प्रायोजित किया जाएगा, तथा इसके निर्माण पर 123 लाख रुपये की लागत आएगी। उन्होंने सतलुज नदी तट के सौंदर्यीकरण और संरक्षण कार्यों का शिलान्यास किया, जिसे एनटीपीसी द्वारा प्रायोजित किया जाएगा, तथा इसके निर्माण पर 105.72 लाख रुपये की लागत आएगी।
बयान के अनुसार, मुख्यमंत्री ने तत्तापानी में प्रसिद्ध नरसिंह मंदिर और शनि देव मंदिर का भी दौरा किया और मकर सक्रांति के अवसर पर पूजा की।