29 पुरानी चावल मिलों को बेचेगा मार्कफेड:राधाकृष्ण

 विपणन संघ की 50 साल पुरानी 29 चावल मिलों का विक्रय कर आधुनिक राईस मिल लगानेे की योजना है;

Update: 2017-07-24 15:07 GMT

बिलासपुर।  विपणन संघ की 50 साल पुरानी 29 चावल मिलों का विक्रय कर आधुनिक राईस मिल लगानेे की योजना है।

10 स्थानों पर 8-8 मेट्रिक टन के चावल मिल स्थापित करने राज्य शासन से स्वीकृति ली गई है। राजधानी में 100 करोड़ की लागत से व्यवसायिक परिसर का निर्माण कवर्धा में जिला विपणन कार्यालय एवं व्यवसायिक काम्पलेक्स पीपी मॉडल के तहत दुर्ग में पशु आहार संयंत्र की स्थापना जल्द ही मार्कफेड करेगा।

राज्य सहकारी विपणन संघ के अध्यक्ष राधाकृष्ण गुप्ता ने दावा किया है कि बिलासपुर जिले में खाद की कोई कमी नहीं है। 34 हजार 125 मेट्रिक टन रासायनिक खाद के लक्ष्य पूरा करने के लिए अब तक 24 हजार 394 मेट्रिक टन खाद का विक्रय किसानों को किया जा चुका है।

मार्कफेड के गोदामों में 5299 मेट्रिक टन खाद भंडारित है। किसानों को शून्य प्रतिशत ब्याज की दर से खाद उपलब्ध कराने की व्यवस्था की गई है। मार्कफेड द्वारा प्रदेश के सभी सहकारी समितियों को खाद उपलब्ध कराया गया है एवं खाद की आपूर्ति की संतत निगरानी की जा रही है। आज राज्य सहकारी विपणन संघ के अध्यक्ष राधाकृष्ण गुप्ता ने जिला विपणन कार्यालय में पहुंचकर समीक्षा बैठक ली एवं धान खरीदी निराकरण एवं शार्टेज के संबंध में जानकारी ली है।

श्री गुप्ता ने पत्रकारों से चर्चा करते हुए बताया कि सहकारी समितियों में खाद की कोई कमी नहीं है। खाद की उपलब्धता पर्याप्त मात्रा में है। किसानों ने अभी तक किसी प्रकार की शिकायत नहीं की है। उन्होंने बताया कि आगामी वित्तीय वर्ष में समर्थन मूल्य में धान खरीदी का लक्ष्य प्रदेश में 70 लाख मेट्रिक टन रखा गया था, जिसके तहत 69.59 लाख मेट्रिक टन धान 14.50 हजार किसानों से धान खरीदा गया है जिसका भुगतान सहकारी बैंकों के माध्यम से किया गया है। 

इस वर्ष मिलर्स के द्वारा कुल खरीदी में से सीधे समितियों से 41.25 लाख मेट्रिक टन धान उठाव किया गया है। मार्कफेड द्वारा संचालित 85 संग्रहण केन्द्रों में 28.32 लाख मेट्रिक टन धान का परिवहन किया गया है जिसमें मार्कफेड को लाभ मिला। प्रदेश में 1333 सहकारी समितियों में 1986 धान खरीदी केन्द्रों के माध्यम से किसानों का धान खरीदी केन्द्रोंं के माध्यम से किसानों का धान खरीदा गया। मार्कफेड द्वारा वित्तीय वर्ष 2016-17 में खरीदे गए धान का मण्डी शुल्क लगभग 226 करोड़ रूपए मंडी बोर्ड को दिया गया है।

बिलासपुंर जिले में 130 धान खरीदी केन्द्रों में 0 प्रतिशत शार्टेज में कमी आई है। जिले के सभी समितियों को कमीशन की राशि एवं प्रोत्साहिन राशि 28 करोड़ रूपए का भुगतान समितियों को किया जाना है। श्री गुप्ता ने बताया कि अब तक मार्कफेड द्वारा भारतीय खाद्य निगम में 24.3 लाख मेट्रिक टन चावल जमा करा दिया गया है। मार्कफेड को निगम से 3600 करोड़ राशि लेना है।

जिन मिलरों द्वारा 31 जुुलाई तक चावल नहीं जमा कराया जाएगा उनका जमा बैंक गारंटी एफडीआर से राशि वसूली की जाएगी। राज्य विपणन संघ के अध्यक्ष राधाकृष्ण गुप्ता जिला विपणन अधिकारी श्री जोशी आज बिल्हा क्षेत्र के उमरिया गांव पहुंचे यहां पर गोदाम स्थल में सघन पौधरोपण किया।

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