पुणे में सामाजिक कार्यकर्ता बाबा आढाव का निधन, राहुल गांधी ने जताया शोक
सोमवार शाम पुणे में प्रख्यात सामाजिक कार्यकर्ता और श्रमिक नेता डॉ. बाबा आढाव का निधन हो गया;
श्रमिक आंदोलन के स्तंभ बाबा आढाव नहीं रहे, राजनीतिक जगत में शोक की लहर
- वंचितों की आवाज बाबा आढाव का निधन, देशभर में श्रद्धांजलि
- सामाजिक न्याय के पुरोधा बाबा आढाव का पुणे में निधन
- मजदूरों के अधिकारों के लिए संघर्षरत बाबा आढाव का निधन, नेताओं ने दी श्रद्धांजलि
पुणे। सोमवार शाम पुणे में प्रख्यात सामाजिक कार्यकर्ता और श्रमिक नेता डॉ. बाबा आढाव का निधन हो गया। उनके निधन की खबर से सामाजिक और राजनीतिक जगत में शोक की लहर दौड़ गई है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने उनके निधन पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा, “सामाजिक न्याय के मजबूत स्तंभ और महान श्रमिक नेता बाबा आढाव जी के निधन का समाचार अत्यंत दुखद और एक अपूरणीय क्षति है। वंचितों, शोषितों और मजदूरों के अधिकारों के लिए उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन समर्पित कर दिया। पुणे से उठी उनकी संघर्ष की ज्योति ने देशभर में मशाल बन कर सामाजिक न्याय की राह को रौशन किया। इस दुःख की घड़ी में उनके शोकाकुल परिवारजनों और असंख्य साथियों को अपनी हार्दिक संवेदनाएं व्यक्त करता हूं।”
सामाजिक न्याय के मजबूत स्तंभ और महान श्रमिक नेता बाबा आढाव जी के निधन का समाचार अत्यंत दुखद और एक अपूरणीय क्षति है।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 8, 2025
वंचितों, शोषितों और मजदूरों के अधिकारों के लिए उन्होंने अपना संपूर्ण जीवन समर्पित कर दिया। पुणे से उठी उनकी संघर्ष की ज्योति ने देशभर में मशाल बन कर सामाजिक न्याय… pic.twitter.com/8c1pfPmQg5
डॉ. बाबा आढाव ने अपने जीवनकाल में मजदूरों, वंचितों और शोषित वर्ग के अधिकारों के लिए लगातार संघर्ष किया। वे सामाजिक न्याय की आवाज को बुलंद करने वाले उन नेताओं में से थे, जिन्होंने जमीनी स्तर पर काम करते हुए समाज में बदलाव की राह दिखाई।
उनके निधन को देश के सामाजिक आंदोलन के लिए एक बड़ी क्षति माना जा रहा है। विभिन्न राजनीतिक और सामाजिक संगठनों ने भी उनके योगदान को याद करते हुए श्रद्धांजलि अर्पित की है।