राज्य सरकार कमजोर आदिवासियों को सिर्फ इसलिए बेदखल कर रही है क्योंकि श्यामला हिल्स वीवीआईपी इलाका है : उमंग सिंघार
मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित श्यामला हिल्स से कई परिवारों को बेदखल करने की प्रक्रिया चल रही है। सरकार के इस कदम पर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने सवाल उठाए हैं;
भोपाल में कमजोर आदिवासियों को उजाड़ने में लगी है सरकार: सिंघार
भोपाल। मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल स्थित श्यामला हिल्स से कई परिवारों को बेदखल करने की प्रक्रिया चल रही है। सरकार के इस कदम पर विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने सवाल उठाए हैं।
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने एक बयान जारी कर कहा कि राज्य सरकार आदिवासियों को सिर्फ इसलिए बेदखल कर रही है क्योंकि वे कमजोर हैं। श्यामला हिल्स के पास 4 एसडीएम, 101 अफसर और 4 थानों की फोर्स लगाकर झुग्गियां हटाई जा रही हैं, क्योंकि इलाका वीवीआईपी है।
उन्होंने सवाल किया कि क्या कानून सिर्फ गरीबों के लिए है? क्या प्रशासन की सारी ताकत कमजोरों को उजाड़ने के लिए ही बची है? उन्होंने तंज कसते हुए कहा है कि जिन भगवान राम के नाम पर आप गरीब आदिवासियों को बेघर कर रहे हैं, उन्हीं आदिवासियों ने वनवास में प्रभु श्रीराम को बेर खिलाए थे। प्रभु श्रीराम को भी यह अन्याय स्वीकार्य नहीं होगा।
उन्होंने आगे कहा है कि मध्यप्रदेश राज्य अनुसूचित जनजाति आयोग का आधिकारिक पत्र स्पष्ट करता है कि श्यामला हिल्स क्षेत्र में आदिवासियों को वन भूमि से बेदखल करना नियमों के विरुद्ध है। फिर भी आयोग के निर्देशों को नजरअंदाज कर झुग्गियां तोड़ना भाजपा सरकार की आदिवासी-विरोधी और मनमानी कार्यशैली को उजागर करता है।
नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया है कि शासन, प्रशासन नियम विरुद्ध कार्रवाई कर रहा है। उन्होंने मांग की कि इस कार्रवाई को तुरंत रोका जाए, गरीबों के घर न तोड़े जाएं या उन्हें कानूनी रूप से सम्मानजनक पुनर्वास दिया जाए। नेता प्रतिपक्ष ने चेतावनी दी है कि इन आदिवासी परिवारों के साथ पहली कतार में खड़े होकर संघर्ष करूंगा। यह लड़ाई आस्था के नाम पर अन्याय की नहीं, न्याय और इंसानियत की है।