चैत्र के महीने में ही लू चलने से सडक़ों पर पसरा सन्नाटा
लखनऊ ! समूचे उत्तर भारत में गर्मी के तल्ख तेवरों के बीच चैत्र के महीने में ही उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में लू चलने से पारा 44 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया है।;
लखनऊ ! समूचे उत्तर भारत में गर्मी के तल्ख तेवरों के बीच चैत्र के महीने में ही उत्तर प्रदेश के कई इलाकों में लू चलने से पारा 44 डिग्री सेल्सियस के करीब पहुंच गया है। मौसम विभाग के अनुसार गर्मी से राहत मिलने के फिलहाल कोई आसार नहीं है हालांकि इक्का दुक्का क्षेत्रों में लू चलने से गर्मी में बढ़ोत्तरी का अनुमान है। अगले 48 घंटे में राज्य के कुछ स्थानों पर तापमान 44 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने का अनुमान है। इस अवधि में इक्का दुक्का क्षेत्रों में धूल भरी आंधी के साथ बूंदाबांदी की संभावना है।
पिछले 24 घंटे में बांदा राज्य का सर्वाधिक गर्म इलाका रहा जहां अधिकतम तापमान 43.6 डिग्री सेल्सियस रिकार्ड किया गया। राजधानी लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, इलाहाबाद, झांसी, आगरा, बांदा, मेरठ और बलिया समेत राज्य के अधिसंख्य इलाकों में झुलसा देने वाली गर्मी के बीच सडक़ों पर सन्नाटा पसरा रहा। दुर्गाष्टमी और रामनवमी के अवसर पर मंदिरों में भोर भीड़भाड़ रही हालांकि दोपहर 12 बजे तक श्रद्धालुओं की कतार न के बराबर थी। सरकारी दफ्तरों और स्कूलों में अवकाश का असर भी सडक़ यातायात पर दिखाई पड़ा। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार तापमान में तेजी से हो रही बढ़ोत्तरी फसल को प्रभावित कर सकती है। इस दौरान कुछ इलाकों में वर्षा की संभावना ने किसानों के माथे पर बल डाल दिये हैं। तेज हवा के साथ बारिश गेहूं और दलहन की फसल पर बुरा असर डाल सकती है। कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को खेत में नमी बनाये रखने की सलाह दी है। गर्मी के कारण आग लगने की घटनाओं में भी इजाफा दर्ज किया जा रहा है। पिछले 24 घंटे के दौरान जौनपुर के जफराबाद क्षेत्र में आग लगने से 15 बीघा से अधिक गेंहू की खड़ी फसल स्वाहा हो गई जबकि सीतापुर के थानगांव क्षेत्र में लगी आग से कई घर जलकर राख हो गए जिससे लाखों रुपए का सामान जल गया। इसके अलावा सीतापुर के हरगांव क्षेत्र में पटाखों में विस्फोट होने से तीन मासूम झुलस गए। तापमान में दिनोदिन हो रही बढ़ोत्तरी के कारण लखनऊ और कानपुर प्राणि उद्यान में दर्शकों की तादाद न के बराबर रही।