किसानों की आय बढ़ाने के लिए प्रदेश सरकार के सामने लॉयड कॉलेज ने दी प्रस्तुति
कार्यशाला में कृषि मंत्री ने शिक्षक टीम से की बात, ड्रोन की लागत कम करने पर भी मंथन;
ग्रेटर नोएडा। उत्तर प्रदेश सरकार के कृषि अनुसंधान परिषद ने ष्किसानों की आय में अभिवृद्धि हेतु अभिनव प्रौद्योगिकियोंष् विषयक एक दिवसीय कार्यशाला संपन्न किया गया।
आयोजित कार्यशाला में मुख्य रूप से अभिनव तकनीक के बारे में बात किया गया जिसमें देश के विभिन्न राज्यों के स्टार्टअप्स और प्रतिष्ठित कॉलेज के लोग शामिल हुए। ग्रेटर नोएडा के लॉयड इंस्टीट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी के निदेशक प्रोफेसर डॉ. राजीव अग्रवाल के नेतृत्व में लॉयड कॉलेज के द्वारा कृषि उपयोगी ड्रोन का प्रदर्शन किया गया।
प्रोफेसर डॉ. राजीव अग्रवाल और प्रोफेसर मनीष सारस्वत ने संस्थान द्वारा विकसित कृषि उपयोगी ड्रोन का प्रदर्शन किया तथा अवगत कराया कि संबंधित ड्रोन 10 लीटर कृषि रसायन सॉल्यूशन को लेकर छिड़काव करने में सक्षम है,तथा एक उड़ान में 12 मिनट तक निर्बाध छिड़काव कर सकता है।
उन्होंने बताया कि संबंधित ड्रोन घ्30,0000 में उपलब्ध है, जिस संदर्भ में कृषि सचिव अनुराग यादव द्वारा मशीन के प्रमाणीकरण तथा रेगुलेटरी मैकेनिज्म को संदर्भित करने का सुझाव दिया। प्रोफेसर राजीव अग्रवाल ने बताया कि हम नियमित रूप से प्रयास कर रहे हैं कि कृषि उपयोगी ड्रोन की कीमत कैसे कम की जा सकती है और ज्यादा से ज्यादा किसानों को जो तकनीकी शिक्षा से वंचित हैं उन्हें सरल तरीके से ड्रोन के उपयोग के बारे में बताया जा सके। प्रोफेसर राजीव अग्रवाल ने बताया कि आज के जरूरतों के अनुसार तकनीकी द्वारा ही किसानों की आय बढ़ाना संभव है।
हमने इस बात को ध्यान में रखते हुए लॉयड इंस्टिट्यूट ऑफ इंजीनियरिंग एंड टेक्नोलॉजी में लॉयड स्किल सेंटर का स्थापना किया गया है। लॉयड स्किल सेंटर में आज की जरूरत क्या है उसके अनुसार हमारे कॉलेज में छात्र और शिक्षक मिलकर काम करते हैं।
लॉयड ग्रुप के अध्यक्ष मनोहर थहरानी ने कहा कि अभिनव तकनीक के लिए जितने भी आवश्यक सुविधाएं हैं। हम सभी सुविधाओं को अपने इंजीनियरिंग कॉलेज में उपलब्ध करवाएंगे, ताकि आज के जरूरत के हिसाब से अभिनव तकनीक का विकास हो।
लॉयड स्किल सेंटर प्रमुख प्रोफेसर मनीष सारस्वत ने बताया कि आने वाले समय में ग्रेटर नोएडा और पश्चिमी यूपी के किसानों के साथ जमीनी स्तर पर ड्रोन का उपयोग आरंभ करेंगे।