विरोध के चलते कई स्थानों में नहीं बन पा रही शराब दुकानें
शराब दुकान व पूर्ण शराबबंदी के विरोध के चलते कई दुकानों के निर्माण कार्य अटके पड़े है.....;
रायपुर । शराब दुकान व पूर्ण शराबबंदी के विरोध के चलते कई दुकानों के निर्माण कार्य अटके पड़े है। सरकार चाह कर भी विरोध के चलते नहीं बना पा रही है। दुकानें न बनने के कारण सरकार किराए की जगह दुकानों को संचालित करने पर मजबूर हैं। विरोध इतना ज्यादा बढ़ गया है कि सरकार को झुकना पड़ा है।
उल्लेखनीय है कि जब से नेशनल हाईवे से शराब दुकानों को हटाकर वार्ड के अंदर या गली खोमचे में खोलने का फैसला आया। लोगों में शराब के प्रति एक मुहिम छीड़ गई जिसमें लोग पूर्ण शराबबंदी की मांग करने लगे जहां दुकानों को हटाने की बात सामने आई वही एक ओर फैसला भी सामने आया जिसमें सरकार ने खुद शराब बेचने का फैसला लिया जिसके चलते दुकान निर्माण के कार्यों में तेजी लाने कही गई किंतु शराब का विरोध अभी भी इतना ज्यादा है कि कई स्थानों में सरकार चाह कर भी दुकानों का निर्माण नहीं कर पा रही है।
शंकर नगर, गोगांव, संतोषीनगर ऐसे चार जगहों पर शासन अपनी खुद की दुकान नहीं बना पा रही है। मजबूरन किराये के दुकान पर संचालित करना पड़ रहा हैं। किराये के दुकान में संचालित करने के बाद भी स्थिति अभी ज्यों की त्यों है विरोध थमने का नाम नहीं ले रहा है। सूत्रों का कहना है कि मुख्यमंत्री भी कहने लगे है शराब छत्तीसगढ़ में कभी भी बंद हो सकती है इसका दिन और तारीख तय नहीं है। विरोध को देखते हुए सरकार भी बंद की ओर कदम बढ़ाने लगी है।