तानाशाही रवैया छोड़ें योगी : रालोद

पत्रकार प्रशांत कनौजिया की गिरफ्तारी को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हनन बताते हुए रालोद ने योगी को तानाशाही और सामंतवादी रवैया छोड़ कर लोकतांत्रिक मूल्यों के धरातल पर उतरने की सलाह दी है;

Update: 2019-06-14 03:49 GMT

लखनऊ। पत्रकार प्रशांत कनौजिया की गिरफ्तारी को अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हनन बताते हुये राष्ट्रीय लोकदल (रालोद) ने उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को तानाशाही और सामंतवादी रवैया छोड़ कर लोकतांत्रिक मूल्यों के धरातल पर उतरने की सलाह दी है।

रालोद के प्रदेश अध्यक्ष डा मसूद अहमद ने गुरूवार को कहा कि पत्रकार प्रशान्त कनौजिया की गिरफ्तारी स्पष्ट रूप से अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का हनन है जो कि हमारा मौलिक संवैधानिक अधिकार है। उन्हाेने कहा कि इस प्रकार का कदम विपक्षी पार्टियों को धमकाने की दृष्टि से उठाया है क्योंकि विपक्षी निश्चित रूप से मुख्यमंत्री की नीतियों और कार्यक्रमों का गुणवत्ता के आधार पर विरोध करते हैं। कनौजिया की गिरफ्तारी कराकर मुख्यमंत्री ने आलोचना करने वालों को सबक सिखाने का माध्यम बनाया है।

उन्होने कहा कि मुख्यमंत्री सत्ता की हनक में यह भूल जाते हैं कि यह लोकतांत्रिक और धर्म निरपेक्ष प्रदेश हैं। संविधान के मौलिक अधिकारों का हनन निंदनीय है और हनन करने वाला निंदा का पात्र है। उन्होने कहा कि कानून और व्यवस्था की समीक्षा लोकभवन में बैठकर सम्भव नहीं है। विभिन्न जिला प्रभारी मंत्रियों को जिलों में बिना किसी सूचना के डेरा डालकर समीक्षा करनी होगी।

Tags:    

Similar News