दलितों पर मुकदमें, किसानों को गोलियां क्यों

भारी सुरक्षा बंदोबस्त के बीच संसद मार्ग पर जिग्नेश की हुंकार रैली, पूछा;

Update: 2018-01-10 00:51 GMT

नई दिल्ली। गुजरात के विधायक व दलित नेता जिग्नेश मेवानी के एक विरोध जुलूस कार्यक्रम को पुलिस द्वारा इजाजत नहीं दिए जाने के बावजूद मंगलवार को सैकड़ों लोग दिल्ली के संसद मार्ग पर एकत्रित हुए। हुंकार रैली को संबोधित करते हुए जिग्नेश मेवानी कहा कि जिस तरह भ्रष्टाचार, गरीबी, बेरोजगारी जैसे जरूरी मुद्दों को घर वापसी, लव जेहाद और गाय से छिपा दिया गया है, हम उसके खिलाफ खड़े हैं।

उन्होंने दलितों और किसानों के मुद्दों पर मोदी सरकार से जवाब मांगा। दिल्ली में संसद मार्ग पर लोगों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि युवाओं को न्याय क्यों नहीं मिला। सरकार दलितों को क्यों दबा रही है। दलितों पर मुकदमें क्यों दर्ज किए गए। भीमा कोरेगांव हिंसा मामले में जवाब सरकार को देना है। मध्यप्रदेश में किसानों पर गोलियां क्यों चलाई गई। इसका जवाब देना होगा। मेवानी  ने आगे कहा कि गाय माता के नाम पर राजनीति की गई। लव जिहाद के नाम पर राजनीति की गई। इन सबका जवाब देना होगा। भ्रष्टाचार, गरीबी, बेरोजगारी जैसे असली मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए घर वापसी, लव जिहाद और गाय के मुद्दों को उठाया गया। हम इसके खिलाफ हैं।

जिग्नेश मेवानी ने रैली के दौरान कहा कि हम लव जिहाद वाले नहीं हैं। मेवानी ने कहा, जिस तरह गुजरात में हार्दिक, अल्पेश और मैंने मोदी जी का 150 सीटों का घमंड तोड़ दिया, इसलिए हमें निशाना बनाया जा रहा है। हम किसी जाति या धर्म के खिलाफ नहीं हैं। हम देश के संविधान को मानते हैं। हम फूले और अंबेडकर को मानने वाले हैं। जिग्नेश की रैली में कन्हैया कुमार, उमर खालिद, शहला राशिद समेत सैकड़ों की संख्या में छात्र शामिल हुए। साथ ही प्रसिद्ध अधिवक्ता प्रशांत भूषण ने भी रैली में साथ दिया और कहा कि यह एक नई शुरुआत है।

हालांकि इससे पहले पुलिस ने मेवानी को अन्य नेताओं के साथ कनॉट प्लेस पर रोक दिया गया था। साथ ही मेवानी के समर्थकों को पूर्वी दिल्ली के रानी गार्डन इलाके में रोका गया था। जिस पर जिग्नेश मेवानी ने दिल्ली पुलिस की कार्रवाई को दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि हम लोकतांत्रिक और शांतिपूर्ण तरीके से प्रदर्शन करने जा रहे थे। 

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