ललित सुरजन पंचतत्व में विलीन

पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई, राहुल गांधी सहित देशभर से श्रद्धांजलि;

Update: 2020-12-03 23:22 GMT

रायपुर। देशबन्धु पत्र समूह के प्रधान संपादक व देश के वरिष्ठ पत्रकार ललित सुरजन का आज राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। उनके अंतिम संस्कार में प्रेस, साहित्य, राजनीति और विभिन्न संगठनों से जुड़े लोग भारी संख्या में उपस्थित थे। श्री सुरजन का बीती रात 8 बजे दिल्ली के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया था। अनायास उनके निधन की सूचना से लोग स्तब्ध रह गए।


श्री सुरजन का पार्थिव शरीर आज प्रात: 9 बजे विमान द्वारा दिल्ली से रायपुर लाया गया तथा रामसागरपारा रायपुर स्थित देशबन्धु प्रेस परिसर में दर्शनार्थ रखा। इस दौरान कोविड-19 के नियमों का पालन करते हुए पत्रकार, साहित्यकार, राजनेता तथा गणमान्य नागरिकों ने पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि अर्पित की। प्रात: 11 बजे से अपरान्ह 3 बजे तक यह सिलसिला लगातार चलता रहा। शाम 3.30 बजे उनकी शवयात्रा विभिन्न मार्गों से होते हुए मारवाड़ी श्मशान में पहुंची जहां श्री सुरजन का अंतिम संस्कार किया गया उनके पौत्र अरजित सिंह (अरु) व अभिज्ञान वर्मा ने मुखाग्नि दी।


देशबन्धु परिसर में प्रात: 11 बजे सबसे पहले गौसेवा आयोग  के अध्यक्ष महंत रामसुंदर दास ने पार्थिव शरीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। उन्होंने श्री सुरजन के निधन को पत्रकारिता के एक युग का अंत कहा है।
अंतिम संस्कार उपरांत हुए एक शोकसभा में पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा कि श्री सुरजन ने पत्रकारिता के सर्वोच्च मूल्यों को कभी नष्ट नहीं होने दिया अन्यथा उनके संबंध इतने विशाल थे कि वे बड़ा घराना बना सकते थे लेकिन उनके भीतर आदर्श पत्रकारिता के भाव जीवित रहे। समाजवादी नेता रमेश वर्ल्यानी ने कहा कि श्री सुरजन सच्चे साथी थे साथ ही हमारे सच्चे मार्गदर्शक थे। इंटेक रायपुर अध्याय एवं शंकराचार्य विश्वविद्यालय के कुलपति लक्ष्मी शंकर निगम ने कहा कि पत्रकार ललित सुरजन की कमी खलती रहेगी।


एप्सो के डॉ. राकेश गुप्ता ने कहा कि श्री सुरजन का निधन केवल पत्रकारिता के लिए ही नहीं बल्कि पूरे  समाज के लिए क्षति है। वे सामाजिक सरोकार से जुड़े ऐसे सदस्य थे जिनके भीतर समाज की बेहतरी की तड़प थी। इप्टा के मिनहाज असद ने कहा कि श्री सुरजन का दृष्टिकोण व्यापक था तथा वे हमेशा कलाकारों के प्रति पूरा सम्मान रखते थे तथा उनके प्रोत्साहन व विकास के लिएहमेशा प्रयासरत रहते थे। उनके प्रयास से अनेक शिविर आयोजित हुए।


इंटेक छत्तीसगढ़ अध्याय के परिवेश मिश्र ने कहा कि श्री सुरजन हमारे बीच नहीं रहे लेकिन उनके आदर्श हमारे भीतर मौजूद है। जनवादी लेखक संघ के विनोद साव ने श्री सुरजन के लेखकीय दृष्टिकोण का विस्तार से जानकारी दी तथा उनको एक व्यापक दृष्टिकोण व जनवादी विचारधारा के पोषक के रूप में महान व्यक्ति निरूपित किया।

छत्तीसगढ़ प्रदेश हिन्दी साहित्य सम्मेलन के कार्यकारी अध्यक्ष रवि श्रीवास्तव ने कहा श्री सुरजन के साथ मेरा साठ साल का पुराना परिचय है। 1966 में जब हम राजिम से बिम्ब नाम की पत्रिका निकालते थे तब श्री सुरजन के साथ साहित्य से जुड़े। तब से उनके साथ साहित्य के विभिन्न क्षेत्रों में विशाल पैमाने पर काम करने का मौका मिला और तब मैंने जाना कि उनके भीतर मानव नहीं बल्कि महामानव के गुण हैं। उनके विशाल चरित्र हमें व इस पीढ़ी को प्रेरित करता रहेगा। प्रेस क्लब रायपुर के अध्यक्ष दामू आम्बेडारे ने श्री सुरजन को मार्गदर्शक बताया। सभा को माहेश्वरी समाज के प्रकाश माहेश्वरी व प्रगतिशील लेखक संघ के लोकबाबू ने भी संबोधित किया।


आपको यह बता दें कि ललित सुरजन देश के वरिष्ठ पत्रकार ही नहीं थे बल्कि शिक्षाविद्, लेखक,शांतिकर्मी, सामाजिक कार्यकर्ता और सह्दय कवि भी थे। उनके निधन पर राहुल गांधी, शरद यादव सहित विभिन्न राजनेताओं ने श्रद्धांजलि दी है। राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा है कि छत्तीसगढ़ के वरिष्ठ पत्रकार ललित सुरजन जी के निधन की खबर अत्यंत दु:खद है। उनके निधन से देश की जन पक्षधर पत्रकारिता में एक भारी शून्य पैदा हो गया है। वहीं छत्तीसगढ़ के राज्यपाल अनुसुईया उइके, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, स्वास्थ्य मंत्री टीएस सिंहदेव सहित अन्य राजनेताओं ने श्री सुरजन के निधन को अपूरणीय क्षति बताया है।


पत्रकार ललित सुरजन का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया गया। पुलिस के जवानों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर की सलामी दी। इस अवसर  पर पूर्व कृषिमंत्री बृजमोहन अग्रवाल, संसदीय सचिव विकास उपाध्याय, रायपुर विकास प्राधिकरण के अध्यक्ष सुभाष धुप्पड़,रमेश वर्ल्यानी, मुख्यमंत्री के सलाहकार रूचिर गर्ग, डॉ. अनिल वर्मा, वरिष्ठ पत्रकार सुनील कुमार, सीए ओपी सिंघानिया, डॉ. अनिल वर्मा, स्वराजकुमार दास, किरणमयी नायक, इदरचंद धाड़ीवाल, उमेश मिश्रा जनसंपर्क अधिकारी, संजय पाठक, सोनमणी मिश्रा, जनसंपर्क आयुक्त तारण प्रकाश सिन्हा, मनमोहन अग्रवाल, महेन्द्र मिश्रा, मनीष महावत, अमीर अली फरिश्ता, डॉ. अरूण केडिया, डॉ. सांवर अग्रवाल, रमेश अनुपम, सुशीन मिश्रा, जीवेश चौबे, प्रेस क्लब के अध्यक्ष दामू आम्बेडारे, डॉ. इंन्दिरा मिश्र, सुयोग्य मिश्रा, डॉ. विक्रम सिंघल, डॉ. गोरेलाल चंदेल, राजकमल नायक, डॉ. अशोक शर्मा, सैय्यद इनामुल्लाह शाह, विनयशील, दाऊलाल चन्द्राकर, राजेश्वर खरे, रामाधार पटेल, सालिकराम कन्नौजे, परमानंद वर्मा, महेन्द्र कश्यप, डॉ. सलीम राज, रूचिता राठौर, शशांक शर्मा, अरूण काठोटे,दिवाकर मुक्तिबोध, रमेश अनुपम, हर्ष शर्मा, राजेश बिस्सा, आर.डी.सी.पी. राव, डॉ. सोम गोस्वामी, डॉ. नृपेन्द्र शर्मा, अरूणकांत शुक्ला, अमीना दुबे, धर्मेन्द्र कोठारी, के.सी. झाबक, अरविन्द्र मिश्रा, संदीप दुबे,

 विजय राठी, योगश वैष्णव, गौतम बंदोपाध्याय, जीतेश्वरी साहू, लोकबाबू, सुशील शुक्ला, प्रदीप जैन, सुरेन्द्र श्रीवास्तव, बी.के.एस. रे, निसार अली, जिया कुरैशी, वीरेन्द्र पटनायक, एप्सो सचिव भिलाई दुर्ग, भूपेन्द्र कुमार साव इंटेक दुर्ग, अधीर भगवनानी, डॉ. हनुमंत यादव, दीपक जैन, ब्रम्हदत्त शर्मा नवापारा राजिम, रमेश चौधरी नवापारा रायपुर, मोहन मरकाम प्रदेश अध्यक्ष कांग्रेस, जीएस वर्मा, डॉ. रवीन्द्र ब्रम्हे, डॉ. शीनत केडिया, समीर दीवान, आदित्य चांडक, संजय घुड़का, पुष्पादेव राठी, आमीर अली, सुभाष मिश्रा, अनिरूद्ध दुबे, अजय टी.जी., देवेन्द्र शुक्ला, तेजेन्द्र, नंदू शर्मा, मोती ज्ञानचंदानी, प्रदीप आचार्य, विश्वजीत मिश्रा, प्रशांत तिवारी जनसंपर्क विभाग, भिलाई इस्पात संयंत्र, प्रेमजी, आदित्य घाटगे, विकास अग्रवाल, रोशन जैन, नरेश सेन, मिन्टू, अजय चौरे, मुकेश सेन सहित रंगकर्मी व मीडिया कर्मी, राजनेता देशबन्धु-हाइवे चैनल परिवार के समस्त सदस्य व श्री सुरजन के परिजन सहित भारी संख्या में नागरिकगण उपस्थित थे।

Tags:    

Similar News