केरल : कांग्रेस ने सौर घोटाला रपट की आलोचना की
केरल कांग्रेस ने सौर घोटाला मामले पर न्यायमूर्ति जी. शिवराजन (सेवानिवृत्त) समिति की रपट की एक बार फिर आलोचना की है;
तिरुवंनतपुरम। केरल कांग्रेस ने सौर घोटाला मामले पर न्यायमूर्ति जी. शिवराजन (सेवानिवृत्त) समिति की रपट की एक बार फिर आलोचना की है। समिति की रपट में तत्कालीन मुख्यमंत्री ओमन चांडी व उनके कई मंत्रियों के साथ ही पार्टी के राज्य अध्यक्ष पर आरोप लगाया गया है। कांग्रेस पार्टी ने रविवार को इस रपट को एक 'सेक्स नॉवेल' करार दिया और इसकी कड़ी आलोचना की।
समिति की रपट बीते गुरुवार को केरल विधानसभा में रखी गई। इसमें भ्रष्टाचार की बात कही गई है। रपट में घोटाले की प्रमुख आरोपी सरिता नायर को यौन उत्पीड़न व करोड़ों रुपये के सौर ऊर्जा निवेश धोखाधड़ी में दूसरे आरोपों का सामना करना पड़ा। इस घोटाले से चांडी सरकार 2013 में हिल गई थी।
रपट की निंदा करते हुए राज्य कांग्रेस के अध्यक्ष एम.एम. हसन ने कहा कि अतीत में कई आयोगों द्वारा कई रपट जमा की गई है, लेकिन यह सबसे अलग है।
उन्होंने कोझिकोड में मीडिया से कहा, "यह रपट नहीं है, इसके बजाय इसे एक सेक्स नॉवेल कहा जा सकता है।"
सरिता नायर ने अपने पत्र में जिन उत्पीड़कों का नाम लिया है, उनके नाम 1,000 पृष्ठों से अधिक की रपट में शामिल है। इसमें चांडी, उनके तत्कालीन कैबिनेट सहयोगी, मौजूदा व पूर्व विधायक, लोकसभा सदस्य व शीर्ष नेता हैं।
पूर्व राज्य मंत्री व कांग्रेस के वरिष्ठ विधायक के.सी.जोसेफ ने मीडिया से रविवार को कहा कि आयोग की रपट की विश्वसनीयता वास्तव में सवालों के घेरे में है।
विपक्ष के नेता रमेश चिन्निथला ने मीडिया से कहा कि रपट की सामग्री से पता चलता है कि समिति ने इसे संवेदनहीन तरीके से तैयार किया है।