स्वतंत्रता दिवस पर महिलाओं को शौचालय शुल्क माफी का केजरीवाल दें उपहार
राजधानी में शौचालय में वसूले जा रहे शुल्क के कारण झुग्गीवासी गरीब महिलाएं एक बार फिर खुले में जाने को मजबूर हो रही हैं;
नई दिल्ली। राजधानी में शौचालय में वसूले जा रहे शुल्क के कारण झुग्गीवासी गरीब महिलाएं एक बार फिर खुले में जाने को मजबूर हो रही हैं।
सरकारी शौचालय में शुल्क वसूले जाने पर भाजपा नेताओं ने अब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को पत्र लिखा है।
उन्होंने कहा कि स्वाधीनता के 70 साल बाद भी दिल्ली की झुग्गी बस्तियों की लाचार महिलाएं चेहरा ढक कर खुले में शौच करने को बाध्य हैं। झुग्गी में रहने वाली महिलाएं,परिवार की सभी बहनों और बच्चियों को जोड़ कर हर 300 से 400 रूपए वहन नहीं कर सकती हैं इससे ये खुले में जाने को मजबूर हैं।
भाजपा नेता आरपी सिंह ने पत्र में कहा कि इस स्वतंत्रता दिवस क्या आपके निर्देश से इन झुग्गीवासी महिलाओं को इस दैनिक शुल्क से मुक्त किया जा सकता है?
इसके अलावा, मुख्यमंत्री से उन्होंने पूछा कि क्या कभी आप कल्पना कर सकते हैं कि 6 फीट की झुग्गी में रहने वाली महिला कब और कैसे स्नान करती होगी। आपसे निवेदन है कि आप दिल्ली की 675 झुग्गी बस्तियों की महिलाओं के लिये शौचालय के साथ स्नान घर बनाने का प्रावधान भी करें।
ऐसा एक प्रयास मैंने अपने 10 महीने के विधायक के कार्यकाल में नारायणा डिपो के समीप, संगम कॉलोनी में आठ स्नान घर बनवाकर किया था। इस नेक कार्य में सार्वजनिक जीवन से जुड़े लोगों से भी सहयोग लिया जा सकता है।
इसमें मैं भी अपनी विधायक पेंशन राशि देकर सहयोग करना चाहूंगा। निवेदन है कि अपने विभागों को निर्देश देकर महिलाओं के लिये शौचालय शुल्क मुक्त कर देंगे। यही उनके लिये वास्तव में स्वतंत्रता दिवस का उपहार होगा। ऐसा कर आप इन बहनों को सम्मानपूर्वक जीने का अवसर देंगे।