कर्नाटक पुलिस ने परेशान करने के आरोप में लोन ऐप फर्म के 2 अधिकारियों को धरा
कर्नाटक पुलिस की सीआईडी ने गुरुवार को एक 'इंस्टैंट मोबाइल लोन ऐप' कंपनी के मुख्य वित्त अधिकारी सहित दो प्रमुख अधिकारियों को गिरफ्तार किया, जो कथित रूप से ऋण का भुगतान न करने पर ग्राहकों को परेशान कर रहे थे;
बेंगलुरु। कर्नाटक पुलिस की सीआईडी ने गुरुवार को एक 'इंस्टैंट मोबाइल लोन ऐप' कंपनी के मुख्य वित्त अधिकारी सहित दो प्रमुख अधिकारियों को गिरफ्तार किया, जो कथित रूप से ऋण का भुगतान न करने पर ग्राहकों को परेशान कर रहे थे।
सीआईडी के अनुसार, उन्होंने चार कंपनियों -मैड एलिफेंट टेक्नोलजीज प्राइवेट लिमिटेड, बोरेनेक्सी टेक्नोलजीज प्राइवेट लिमिटेड, प्रोफिटाइज प्राइवेट लिमिटेड और विजप्रो सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड पर छापा मारा क्योंकि उन्हें ग्राहकों से 'उत्पीड़न' की शिकायतें मिली थी, जिन पर 9,000 रुपये से 15,000 रुपये के लोन के लिए 36 प्रतिशत का ब्याज लगाया गया था।
सीआईडी ने कहा कि उन्होंने इन कंपनियों के लैपटॉप, मोबाइल फोन और अन्य दस्तावेज जब्त किए हैं।
गौरतलब है कि ये सभी ऐप एक सॉफ्टवेयर डेवलपमेंट किट पर बनाए गए प्रतीत होते हैं, जिनके चीन से सोर्स होने की आशंका है।
सीआईडी के बयान से यह भी पता चला है कि उत्पीड़न इस हद तक था यदि डिफॉल्टर एक महिला है, तो रिकवरी एजेंट ने यौन उत्पीड़न की धमकी देने में भी संकोच नहीं किया।
सीआईडी ने अपील की है कि मोबाइल फोन ऐप के माध्यम से इस तरह के इंस्टेंट लोन के खिलाफ शिकायत दर्ज करने के लिए लोगों को आगे आना चाहिए।