उच्च न्यायालय के न्यायाधीशों ने जिला न्यायालयों का औचक निरीक्षण किया
दिल्ली उच्च न्यायालय के छह वरिष्ठ न्यायाधीशों ने न्यायाधीशों का अनुशासन और समय की पाबंदी देखने के लिए गुरुवार सुबह छह जिला न्यायालयों का औचक निरीक्षण किया;
नई दिल्ली। दिल्ली उच्च न्यायालय के छह वरिष्ठ न्यायाधीशों ने न्यायाधीशों का अनुशासन और समय की पाबंदी देखने के लिए गुरुवार सुबह छह जिला न्यायालयों का औचक निरीक्षण किया। न्यायाधीशों का नेतृत्व प्रमुख मुख्य न्यायाधीश गीता मित्तल ने किया।
दिल्ली उच्च न्यायालय के रजिस्ट्रार जनरल डी.के. शर्मा ने कहा, सुबह 10 बजे इन अदालतों की समय को लेकर पाबंदी, अनुशासन और कामकाज की जांच के लिए सभी जिला न्यायालयों पर निरीक्षण शुरू हुआ। शर्मा ने कहा, यह अभूतपूर्व था। पूर्व में कभी इस प्रकार नहीं हुआ। कभी न्यायाधीशों ने इसी तरह औचक निरीक्षण नहीं किया है। उन्होंने कहा, उच्च न्यायालय के न्यायाधीश जिला न्यायालय के न्यायाधीशों की समय की पाबंदी और अनुशासन को लेकर बेहद संवेदनशील हैं। यह वादी की सुविधा के लिए है कि समय का ध्यान और अनुशासन बनाए रखा जाना चाहिए।
अभ्यास के निष्कर्षो के बारे में पूछे जाने पर शर्मा ने कहा कि इस मुद्दे पर एक बैठक आयोजित की जाएगी और यदि आवश्यक हो तो सतर्कता समिति कार्रवाई करेगी।न्यायाधीश गीता मित्तल पटियाला हाउस कोर्ट, न्यायाधीश रवींद्र भट तीस हजारी कोर्ट, न्यायाधीश संजीव खन्ना रोहिणी जिला कोर्ट, न्यायाधीश जी.एस. सिस्तानी कड़कड़डूमा जिला कोर्ट, न्यायाधीश एस. मुरलीधर साकेत जिला कोर्ट और न्यायाधीश विपिन सांघी द्वारका जिला न्यायालय में निरीक्षण करने पहुंचे थे।