बजट से किसानों में खुशी, आम जनता की मिलीजुली प्रतिक्रिया
मोदी सरकार ने अपने कार्यकाल का अंतिम बजट पेश किया। बजट 2018 पर लोगों को मिलीजुली प्रतिक्रिया देखने को मिला;
ग्रेटर नोएडा। मोदी सरकार ने अपने कार्यकाल का अंतिम बजट पेश किया। बजट 2018 पर लोगों को मिलीजुली प्रतिक्रिया देखने को मिला। आम बजट 2018 में किसान कर्ज के लिए 11 लाख करोड़ का फंड बनाने की बात की गई है। वित्त मंत्री किसानों की आमदनी को दोगुना करने की कोशिश कर रही है।
सरकार 2022 तक किसानों की आय को दोगुनी करेगी, खरीफ फसल का समर्थन मूल्य उत्पादन मूल्य का दोगुना होगा। सरकार ने किसान के्रडिट कार्ड पशुपालकों को देने का ऐलान किया।
- भाजपा सरकार ने इस बजट में किसानों के लिए बहुत अच्छी योजना लाई है, जो स्वागत योग्य है, सरकार की योजना आम किसान तक पहुंचेगा तो लाभ जरुर होगा, जरुरी है कि बजट की योजनाएं किसान तक पहुंचे। -पवन शर्मा, किसान
-इस बजट में किसानों पर ध्यान जरुर दिया गया है, किसानों की फसल खराब हो जाती है उन्हें समय पर मुआवजा नहीं मिल पाता है, फसल बीमा के साथ इस बात पर ध्यान देना चाहिए कि कोई किसान कर्ज की वजह से आत्महत्या ने करे।- विशाल सिंह, किसान
-इस बजट में कुछ खास नहीं है, सरकार युवाओं को रोजगार के नाम पर गुमराह कर रही है, विकास का सिर्फ जुमला दिखाया जा रहा है, किसानों के लिए वादा जरुर किया गया है, लेकिन देश में किसान आत्महत्या कर रहे हैं, किसानों को उनकी लागत भी नहीं निकल पा रहा है। -विरेन्द्र डाढ़ा, बसपा प्रभारी
-गरीबों को स्वास्थ्य बीमा सरकार का सराहनीय कदम हैं। वास्तव मे ये बजट गरीबों, किसानों व आम आदमी का बजट है। आर्थिक रूप से ये भारत को सशक्त बनाने वाला बजट है। मुझे खुशी है कि ये चुनावी बजट नहीं है। अगर ये चुनावी बजट होता तो टैक्स सलेब में बदलाव होता।-शशांक अवस्थी, जीएल बजाज
बजट किसान कल्याण के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर
किसानों को लागत से डेढ़ गुना का न्यूनतम मूल्य देकर उनकी आय को दोगुना करने के अपने संकल्प को सरकार ने पूरा किया है गरीबों के लिए हरवर्ष पांच लाख रुपए देकर सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि मोदी सरकार उनकी विशेष चिंता करती है, 1.5 लाख चिकित्सा केंद्रों की स्थापना के साथ आयुष्मान योजना 50 करोड़ लोगों को लाभ पंहुचाकर विश्व की सबसे बड़ी स्वास्थ्य योजना बन गई है।
वृद्धजनों के लिए भी सरकार ने 8 प्रतिशत ब्याज 15 लाख के डिपोजिट देने की घोषणा की है मध्यम और लघु उद्योगों के लिए इनकम टैक्स को 30 प्रतिशत से 25 प्रतिशत कर दिया गया है। -गोपाल कृष्ण अग्रवाल, आर्थिक सलाहकार
-हम सरकार को बजट के लिए बधाई देते हैं जिसमें आम आदमी पर विशेष रूप से ध्यान दिया गया है। यह देख कर अच्छा लगता है कि सरकार ने दुनिया के सबसे बड़े सरकारी वित्तपोषित हेल्थकेयर प्रोग्राम के ऐलान द्वारा उत्कृष्ट स्वास्थ्यसेवाओं के अपने वादे को पूरा किया है। - डॉ. मनोज लूथरा, सीईओ जेपी हॉस्पिटल