झांसी:लगातार बढ़ रही कोरोना की रफ्तार और मरने वालों की संख्या
देश में शुरू हुए कोरोना संक्रमण के शुरूआती दिनों में वीरांगना नगरी काफी सुरक्षित समझी जा रही थी और काफी समय तक यहां कोई संक्रमित नहीं मिला था लेकिन 27 अप्रैल को पहला मामला सामने आया था ।;
झांसी। देशव्यापी लॉकडाउन के अनलॉक होने के बाद से उत्तर प्रदेश की वीरांगना नगरी झांसी में नोवल कोरोना वायरस संक्रमण की न केवल रफ्तार लगातार बढ़ती ही जा रही है बल्कि अब तक पूरे बुंदेलखंड में सबसे ज्यादा 16 लोगों की मौत भी यहीं हुई है।
देश में शुरू हुए कोरोना संक्रमण के शुरूआती दिनों में वीरांगना नगरी काफी सुरक्षित समझी जा रही थी और काफी समय तक यहां कोई संक्रमित नहीं मिला था लेकिन 27 अप्रैल को पहला मामला सामने आया था । इसके बाद मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ परंतु संक्रमण की रफ्तार काबू में रही और 12 मई को जिला कोरोना मुक्त घोषित कर दिया गया था। इस खुशखबरी के मात्र 10 दिन बाद ही 22 मई को कोरोना के जानलेवा संक्रमण ने एक बार फिर जिले का रूख किया और मरीजों की संख्या बढ़नी शुरू हुई । अनलॉक होने के बाद तो हालत इतनी खराब हुई कि रविवार देर रात आयी संदिग्ध नमूनों की जांच में से 21 की रिपोर्ट पॉजिटिव आयी।
जिले में अब कुल मरीजों की संख्या 169 हो गयी जिसमें से 16 की मौत हो गयी है और 65 ठीक हो चुके हैं। जिले में सक्रिय मरीजों की संख्या 85 हो गयी है । प्रवासी श्रमिकों के आगमन के बाद जहां बाहरी इलाकों में संक्रमण बढ़ रहा था वहीं 22 मई के बाद से महानगर के भीतर संक्रमितों की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ है और पिछले 10 दिनों में यह संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इतना ही नहीं पूरे बुंदेलखंड में कोरोना से होने वाली मौतों का सवार्धिक आंकडा भी झांसी में ही है यहां संक्रमण से 16 लोगों की मौत हो गयी है ।
जालौन में कुल मरीजों की संख्या तो 168 है लेकिन मरने वालों की संख्या सात है। बांदा में कोरोना मरीजों की संख्या 39 लेकिन इसके कारण कोई मौत नहीं हुई है। हमीरपुर में कुल मरीज 70 हैं और दो की मौत , महोबा में कुल मरीज 54 और एक की मौत हुई है। चित्रकूट में कुल मरीजों की संख्या 92 है और कोरोना संक्रमण से दो लोगों की जान गयी है। संक्रमितों की संख्या के हिसाब से सवार्धिक सुकून देने वाले आंकडे ललितपुर है जहां कुल संक्रमितों की संख्या मात्र सात है लेकिन दो लोगों की मौत हो चुकी है और सक्रिय मरीजों की संख्या पांच है।
झांसी में संक्रमण की लगातार भयावह होती स्थिति के बीच अगर महानगर में अनलॉक के बाद सोशल डिस्टेंसिंग और चेहरे को मास्क से ढ़कने के नियम की बात करें तो लोग इसकी अनदेखी तो कर ही रहे हैं लेकिन कहीं न कहीं प्रशासन भी इसके लिए कड़ाई बरतने को उत्सुक नजर नहीं आ रहा है। बाजारों में और भीड़ भरे इलाकों में पुलिस या निगरानी टीमों की अनुपस्थिति इन नियमों की धज्जियां उड़ाने वालों को और बल दे रहीं है। इन्हीं सब का नतीजा है कि संक्रमण महानगर में तेजी से फैलता जा रहा है।
कोरोना की बढ़ती रफ्तार के बारे में मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (सीएमओ) डा़ जी के निगम से जब सोमवार को बात की गयी तो उन्होंने महानगर में कोरोना पॉजिटिव की संख्या में वृद्धि के लिए सीधे सीधे लोगों की लापरवाही को जिम्मेदार ठहराया। डॉ़ निगम ने कहा कि स्वास्थ्य विभाग दिन रात कोरोना संक्रमण की रफ्तार पर नियंत्रण करने के लिए काम कर रहा है लेकिन लोग अपनी जिम्मेदारी नहीं निभा रहे हैं। सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क लगाने के नियम की लोग पूरी तरह से अनदेखी कर रहे हैं और इसी का नतीजा है कि कोरोना संक्रमण की रफ्तार जिले में तेजी पकड़ रही है।