गेट पर ताला जडक़र भाग गए विधायक निवास के कर्मचारी
जांजगीर ! छत्तीसढ़ सरकार द्वारा आगामी वित्तीय वर्ष से कार्पोशन बनाकर शराब की बिक्री किए जाने के फैसले को लेकर चहुंओर विरोध का दौर जारी है।;
जूदेव के घर समर्थन मांगने पहुंचे थे जोगी कांग्रेसी, निराश होकर पड़ा लौटना
जांजगीर ! छत्तीसढ़ सरकार द्वारा आगामी वित्तीय वर्ष से कार्पोशन बनाकर शराब की बिक्री किए जाने के फैसले को लेकर चहुंओर विरोध का दौर जारी है। कांग्रेसी जहां अपने अंदाज में विरोध-प्रदर्शन कर सरकार को घेरने की कोशिश कर रहे हैं, वहीं पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता संबंधित क्षेत्र के विधायकों के निवास पर पहुंचकर विरोध प्रदर्शन कर उनसे समर्थन मांग रहे हैं। गुरूवार को चंद्रपुर विधानसभा क्षेत्र के जोगी कांग्रेसी क्षेत्रीय विधायक एवं वेबरेज कार्पोरेशन के अध्यक्ष युद्धवीर सिंह जूदेव के हरदी स्थित निवास का घेराव करने के लिए निकले, जिसकी सूचना जूदेव के निवास में कार्यरत कर्मचारियों को पहले से मिल गई और वे मौका देखकर मुख्य द्वार में ताला लगाकर वहां से चंपत हो गए।
उल्लेखनीय है कि पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी के समर्थकों द्वारा जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के बैनर तले विधायक निवासों में पहुंचकर शराबबंदी को लेकर प्रदर्शन किया जा रहा है। बुधवार को इस पार्टी के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ताओं ने अकलतरा विधायक चुन्नीलाल साहू के निवास पहुंचकर खूब हंगामा किया था। पार्टी कार्यकर्ताओं ने विधायक साहू से शराब की बोतल फोडक़र सरकार के निर्णय पर विरोध जताने का दबाव बनाना चाहा, लेकिन विधायक साहू ने जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के इस तरीके को गलत करार देते हुए उन्हें अपना समर्थन देने से इंकार कर दिया। इस बात को लेकर जोगी कांग्रेसियों ने तीखी प्रतिक्रिया दी थी। इसी दिन जोगी कांग्रेसियों ने जैजैपुर विधायक केशव चंद्रा के निवास पहुंचकर उनसे भी समर्थन मांगा, जिस पर विधायक चंद्रा ने समर्थन देने की बात कही। ठीक इसी तर्ज पर गुरूवार को चंद्रपुर विधानसभा क्षेत्र के जोगी कांग्रेसी क्षेत्रीय विधायक युद्धवीर सिंह जूदेव से समर्थन मांगने के लिए निकले। बताया जा रहा है कि वे जूदेव के हरदी स्थित निवास पहुंचने वाले ही थे कि इसकी भनक विधायक निवास में कार्यरत कर्मचारियों को लग गई। किसी तरह के बवाल से बचने के लिए विधायक के कर्मचारी आवास के मुख्य द्वार पर ताला जडक़र वहां से चंपत हो गए। इसकी जानकारी जोगी कांग्रेसियों को तब हुई, जब वे वहां पहुंचे और गेट पर ताला जड़ा हुआ मिला। बावजूद इसके जोगी कांगे्रसी वहां से तुरंत वापस नहीं लौटे। वे वहीं बैठ गए और रमन सरकार द्वारा शराब बिक्री को लेकर बनाई गई नई नीति के विरोध में तथा विधायक जूदेव पर क्षेत्रवासियों की उपेक्षा का आरोप लगाते हुए हंगामा करने लगे। करीब दो घंटे तक हंगामा करने के बाद भी वहां कोई नहीं आया, तब जोगी समर्थकों ने विधायक जूदेव के आवास के बाहर ही शराब की बोतलें फोडक़र गुस्सा जाहिर किया। जोगी कांग्रेस पदाधिकारी श्रीमती गीतांजलि पटेल ने बताया कि सरकार की नई शराब नीति बहुत ही गलत है। एक तरफ जहां प्रदेश में पूर्ण शराबबंदी की मांग उठ रही है, वहां रमन सरकार खुद शराब बेचने का निर्णय लेकर लोगों को नशे में डुबाने की योजना बना चुकी है, जिसका विरोध कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि यह विरोध प्रदर्शन लगातार जारी रहेगा। बहरहाल, जोगी कांग्रेसियों के इस अजीबो-गरीब प्रदर्शन ने अधिकांश विधायकों के होश उड़ा दिए हैं। विधायकों को यह सोचना पड़ जा रहा है कि वे जनता के सामने सरकार के इस फैसले को लेकर विरोध करें या फिर चुप्पी साध लें।
नहीं सौंप सके ज्ञापन
जनता कांग्रेस जोगी छत्तीसगढ़ के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता छ.ग. सरकार की नई शराब नीति के विरोध के साथ ही विभिन्न मांगों से संबंधित ज्ञापन लेकर विधायक जूदेव के आवास पहुंचे थे, लेकिन वहां कोई भी जिम्मेदार व्यक्ति नहीं मिला। इसलिए ज्ञापन को लेकर वापस लौटना पड़ गया।