घुसपैठ के लिए पाक सेना के नए हथकंडे, एलओसी पर आग लगाकर बारूदी सुरंगें नष्ट करो, फिर आतंकियों को धकेलने का रास्ता बनाओ

एलओसी पर घुसपैठ करवाने के लिए पाक सेना नए हथकंडे अपना रही है। वह पहले एलओसी पर आग लगा रही है जिससे बारूदी सुरंगें नष्ट हो जाती हैं तो आतंकियों को धकेलने का रास्ता बन जाता है। रक्षाधिकारियों के के अनुसार सर्दियों के दिनों में आतंकी घुसपैठ करने के लिए जंगल में आग लगाने की रणनीति अपनाते हैं। सेना और बीएसएफ ने ऐसी घुसपैठ की कई कोशिशों को पूर्व में नाकाम किए हैं;

Update: 2025-12-08 12:04 GMT

जम्मू। एलओसी पर घुसपैठ करवाने के लिए पाक सेना नए हथकंडे अपना रही है। वह पहले एलओसी पर आग लगा रही है जिससे बारूदी सुरंगें नष्ट हो जाती हैं तो आतंकियों को धकेलने का रास्ता बन जाता है। रक्षाधिकारियों के के अनुसार सर्दियों के दिनों में आतंकी घुसपैठ करने के लिए जंगल में आग लगाने की रणनीति अपनाते हैं। सेना और बीएसएफ ने ऐसी घुसपैठ की कई कोशिशों को पूर्व में नाकाम किए हैं।

दरअसल आपरेशन सिंदूर में भारतीय सेना से हार झेलने के बाद भी पाकिस्तान बाज नहीं आ रहा है। अब भारत में आतंकियों की घुसपैठ कराने के लिए नई साजिश रच रहा है। जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले के बालाकोट सेक्टर में नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर पिछले 48 घंटों में दूसरी बार पाकिस्तान की खतरनाक साजिश सामने आई है। पाकिस्तानी सैनिक और वहां तैनात आतंकी तत्व जानबूझकर जंगल में आग लगा रहे हैं, जिससे भारतीय सीमा के अंदर बिछी एंटी-पर्सनल और एंटी-टैंक लैंडमाइन एक के बाद एक फट रही हैं। कल सुबह से अब तक दर्जनों लैंडमाइन ब्लास्ट हो चुके हैं। आग की लपटें भारतीय सेना की फारवर्ड पोस्ट्स तक पहुंच चुकीं हैं।

खुफिया एजेंसियों का साफ मानना है कि जंगल में आग लगने से भारतीय सेना की एंटी-इन्फिल्ट्रेशन ग्रिड कमजोर पड़ती है। लैंडमाइन फट जाती हैं, वायर फेंसिंग जल जाती है और सेंसर खराब हो जाते हैं। ठीक यही मौका पाकिस्तान आतंकियों को भारतीय इलाके में धकेलने के लिए इस्तेमाल करना चाहता है। पिछले दो दिनों में ड्रोन से ली गई तस्वीरों में साफ दिख रहा है कि पाकिस्तानी पोस्ट्स के ठीक पीछे से कुछ लोग जंगल में आग लगा रहे हैं।

सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह दूसरी बार है जब 48 घंटे में पाकिस्तान ने यह हरकत की है। पहली घटना 6 दिसंबर की रात हुई थी, आज फिर वही सिलसिला जारी है। हमारी फारवर्ड पोस्ट्स तक आग पहुंच गई है। हमारे जवान आग बुझाने के साथ ही हाई अलर्ट पर हैं। भारतीय सेना ने तुरंत प्रभाव से पूरे बालाकोट, कृष्णा घाटी और मेंढर सेक्टर में अतिरिक्त फोर्स तैनात कर दी है। क्विक रिएक्शन टीमें, डाग स्क्वाड और ड्रोन सर्विलांस बढ़ा दिया गया है।

जानकारों का कहना है कि सर्दी शुरू होते ही पाकिस्तान की घुसपैठ की कोशिशें बढ़ जाती हैं क्योंकि बर्फबारी से कई दर्रे बंद हो जाते हैं और एलओसी पर जंगल वाला रास्ता ही बचता है। इस बार उसने नया तरीका अपनाया है। पहले आग लगाओ, लैंडमाइन ब्लास्ट करवाओ, फिर अंधेरे व धुएं का फायदा उठाकर आतंकियों को अंदर भेजो। लेकिन भारतीय सेना पूरी तरह मुस्तैद है। कल सुबह से अब तक तीन संदिग्ध मूवमेंट देखी गई हैं, जिन पर तुरंत फायरिंग की गई और घुसपैठ नाकाम कर दी गई।

सूत्रों के अनुसार सर्दियों के दिनों में घुसपैठ करने के लिए जंगल में आग लगाने की रणनीति अपनाते हैं। सेना और बीएसएफ ने ऐसी घुसपैठ की कई कोशिशों को पूर्व में नाकाम किए हैं। कर्नल सेनाधिकारी आग की घटना को घुसपैठ के लिए रची जाने वाली साजिश के तौर पर देखते हैं। वे कहते हैं कि पूर्व की घटनाओं को देखा जाए तो नियंत्रण रेखा के उस पार पाकिस्तान के कब्जे वाले क्षेत्र से लगाई गई आग अक्सर भारतीय क्षेत्र में जंगल और बारूदी सुरंगों को नुकसान पहुंचाती रही हैं। धुएं की आड़ में आतंकी घुसपैठ की कोशिश करते हैं। वह कहते हैं कि हमारी सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं और हर घुसपैठ को रोकने के लिए तैयार हैं।

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