जम्मू कश्मीर : मानव बमों का खतरा टला, बठिंडी के इलाके से युवक गिरफ्तार, इंटेलिजेंस ने दी खबर- साजिद उस पार कुछ लोगों से सपर्क में था
यह जम्मू कश्मीर के नागरिकों की खुशकिस्मती ही कही जा सकती है कि प्रदेश पुलिस मानव हमले को नाकाम बनाने और रोकने में कामयाब रही है। हालांकि पुलिस अब यह सुनिश्चित तौर पर कहने की स्थिति में नहीं है कि मानव बमों का खतरा टल गया है क्योंकि पकड़े गए युवक के रहस्योदघाटन बताते थे कि आईएसआई कई अन्य युवकों को भी सुसाइड अटैक के लिए बरगला रही है;
जम्मू। यह जम्मू कश्मीर के नागरिकों की खुशकिस्मती ही कही जा सकती है कि प्रदेश पुलिस मानव हमले को नाकाम बनाने और रोकने में कामयाब रही है। हालांकि पुलिस अब यह सुनिश्चित तौर पर कहने की स्थिति में नहीं है कि मानव बमों का खतरा टल गया है क्योंकि पकड़े गए युवक के रहस्योदघाटन बताते थे कि आईएसआई कई अन्य युवकों को भी सुसाइड अटैक के लिए बरगला रही है।
याद रहे 26 नवम्बर को पुलिस ने रियासी के रहने वाले मुहम्मद साजिद को जम्मू के बठिंडी के इलाके से उस समय गिरफ्तार किया था जब उसके प्रति इंटेलिजेंस ने खबर दी थी कि वह उस पार कुछ लोगों से सपर्क में है।
सूत्र बताते थे कि पिछले कुछ दिनों की पूछताछ और उसके मोबाइल से मिली जानकारियां यह साबित करती थीं कि उसे मानव बम के तौर पर तैयार किया जा रहा था। अधिकारियों के अनुसार, साजिद बठिंडी में रह कर नीट के पेेपर देने की तैयारी करने के बहाने घर से निकला था पर वह इंस्टाग्राम, व्हाटसअप तथा अन्य सोशल मीडिया एप्स के जरीए करीब तीन महीनों से सीमा पार के अपने हैंडलों के साथ टच में था।
पुलिस का दावा है कि साजिद को बठिंडी इलाके के आसपास के क्षेत्रों की जानकारियां एकत्र करने और नजर रखने का टास्क देकर उसे वह स्थान चुनने के लिए बरगलाया जा रहा था जहां वह बतौर मानव बम हमला कर सके तथा अधिक से अधिक नुक्सान पहुंचा सके।
बताया यह भी जा रहा है कि सीमा पार के उसके हैंडलर अन्य कुछ युवको को भी एकसाथ बरगला रहे थे और साथ ही अन्य कुछ युवकों को इस कार्य के लिए प्रेरित करने की जिम्मेदारी भी साजिद को दे रहे थे। पुलिस ने पहले साजिद के खिलाफ बीएनएस के तहत एफआईआर दर्ज की थी पर अब उस पर यूएपीए के तहत मुकदमा दर्ज कर नए सिरे से जांच की जा रही है।