सोनिया गांधी के विदेशी मूल का मुद्दा उठाना गलत था: तारिक
राकांपा के वरिष्ठ नेता तारिक अनवर ने कहा है कि कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के विदेशी मूल का मुद्दा उठाना और देश का प्रधानमंत्री बनाए जाने का विरोध करने का उनका फैसला गलत था।;
नयी दिल्ली। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के वरिष्ठ नेता तारिक अनवर ने कहा है कि कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के विदेशी मूल का मुद्दा उठाना और देश का प्रधानमंत्री बनाए जाने का विरोध करने का उनका फैसला गलत था।
कांग्रेस से विद्रोह कर वरिष्ठ नेता शरद पवार तथा पूर्व लोकसभा अध्यक्ष पी ए संगमा के साथ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के संस्थापक अनवर ने यूनीवार्ता के साथ साक्षात्कार में कहा कि कि 18 साल पहले किया गया उनका यह फैसला गलत था और बाद में जनता ने भी उनके इस राजनीतिक विवेक को नकार दिया था।
अनवर ने कहा कि उस वक्त गांधी के विदेशी मूल का मुद्दा उठाना सही नहीं था। जनता ने भी उनके विरोध करने के राजनीतिक विवेक को खारिज कर दिया था और पार्टी के गठन के 100 दिन के भीतर महाराष्ट्र में दो दलों को सरकार बनाने के लिए एक साथ आना पड़ा।
राकांपा नेता ने कहा कि राजनीतिक स्थितियां ऐसी बनती रहीं कि आखिर 2004 में राकांपा फिर कांग्रेस के साथ खड़ी हो गयी और संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन का हिस्सा बनकर उनकी पार्टी भी केंद्र सरकार में शामिल हो गयी। राकांपा दूसरी बार संप्रग की सरकार बनने पर भी उसका हिस्सा रही और इस दौरान उन्होंने डॉ मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली सरकार में कृषि राज्य मंत्री के रूप में काम किया।
उन्होंने कहा कि गांधी के विदेशी मूल का मुद्दा उन्होंने 1999 में उठाया था और 2009 आते आते यह स्पष्ट हो चुका था कि विरोध का उनका फैसला गलत था। उस समय तक देश की जनता गांधी को राष्ट्रीय नेता के तौर पर ‘स्वीकार’ कर चुकी थी।
अनवर ने कहा कि गलती का एहसास होने के बाद पूर्व लोकसभा अध्यक्ष ने 2009 के आम चुनाव में लोकसभा के लिए निर्वाचित अपनी पुत्री अगाथा संगमा के साथ गांधी से मुलाकात की थी और उन्होंने 1999 में विदेशी मूल का मुद्दा उठाने के लिए माफी मांगी थी। यह बात खुद संगमा ने उनसे कही थी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि संगमा ने राकांपा प्रमुख शरद पवार या अन्य नेता के साथ इसका जिक्र नहीं किया था।
यह पूछने पर कि उनकी इस स्वीकारोक्ति से राकांपा में घमासान मच सकता है, उन्होंने कहा कि जो भी हो लेकिन उन्होंने अपनी बात कहनी शुरू कर दी है।