भारत, ईरान, जापान और चीन के बीच समानता खोजने की ईरानी महिला की पहल
क्या भारत, ईरान, जापान और चीन के बीच कुछ समानता है, अगर बात वस्त्र और पहनावे की हो, जो उत्तर मिलेगा हां में;
नई दिल्ली। क्या भारत, ईरान, जापान और चीन के बीच कुछ समानता है, अगर बात वस्त्र और पहनावे की हो, जो उत्तर मिलेगा हां में। ईरान की डा. मोजगान जहांआरा ऐसी ही समानता खोजने के लिए भारत आई हैं और वे भारतीय हथकरघा वस्त्रों को ईरानी डिजाइन में पेश कर रही हैं। व्यक्तिगत तौर पर की जाने वाली यह पहली कोशिश है।
पर्शिया की जानी मानी टेक्सटाइल डिजाइनर और तेहरान आर्ट यूनिवर्सिटी के टेक्सटाइल विभाग की पूर्व अध्यक्ष डा जहांआरा ने लगभग पूरी दुनिया में घूम कर कपड़ों की डिजाइन का अध्ययन किया है।
वे कहती हैं एशिया के इन देशों में कपड़ों में जिस तरह की समानता नजर आती है, वह अन्य कहीं नहीं मिलती, यहां डिजाइन और कपड़े में उपयोग किए जाने वाले रंगों में गजब की समानता मिलती है। डा जहांआरा मध्य प्रदेश के इंदौर में पिछले एक माह से हैं, जो एक समय टेक्सटाइल उद्योग का बड़ा केन्द्र रहा है। यहां तकली नामक संस्था के साथ वे काम कर रही हैं, यह संस्था हथकरघा के कपड़ों पर ही काम करता है।
वे कहती हैं, कि वे कपड़ों की डिजाइन की यात्रा को पेश करना चाहती हैं। तकली में उनके द्वारा डिजाइन किए गए वस्त्रों में “ ट्री आफ लाइफ” मोटिफ की कसीदाकारी की गई है। यह प्रदर्शनी 27 मार्च से शुरु होकर 29 मार्च तक चलेगी, जो अपनी तरह की देश की पहली प्रदर्शनी है, इसमें कपड़ों में प्राकृतिक रंगों का प्रयोग किया गया है।