छेत्री के डबल से भारत ने जीता खिताब
कप्तान और स्टार स्ट्राइकर सुनील छेत्री के डबल से भारत ने केन्या को रविवार को 2-0 से हराकर चार देशों का हीरो इंटरकांटिनेंटल कप फुटबॉल खिताब जीत लिया;
मुंबई। कप्तान और स्टार स्ट्राइकर सुनील छेत्री के डबल से भारत ने केन्या को रविवार को 2-0 से हराकर चार देशों का हीरो इंटरकांटिनेंटल कप फुटबॉल खिताब जीत लिया।
सुनील छेत्री ने आठवें और 29 वें मिनट में गोल कर भारत की जीत सुनिश्चित कर दी। भारत ने केन्या को लीग चरण में भी 3-0 से हराया था और अब फाइनल में उसे दो गोल से शिकस्त दे दी।
भारत ने लीग चरण में केन्या को हराने के अलावा चीनी ताइपे को 5-0 से शिकस्त दी थी लेकिन उसे न्यूजीलैंड से 1-2 से हार झेलनी पड़ी थी। छेत्री ने ताइपे के खिलाफ तीन गोल, केन्या के खिलाफ दो गोल, न्यूजीलैंड के खिलाफ एक गोल और फाइनल में दो गोल किये।
छेत्री इसके साथ ही अर्जेंटीना के करिश्माई स्ट्राइकर लियोनल मैसी के 64 अंतर्राष्ट्रीय गोलों की बराबरी पर पहुंच गए। मौजूदा अंतर्राष्ट्रीय खिलाड़ियों में अब सिर्फ पुर्तगाल के क्रिस्टियानो रोनाल्डो 81 गोलों के साथ छेत्री और मैसी से आगे हैं। छेत्री ने टूर्नामेंट में कुल आठ गोल दागे और अकेले अपने दम पर भारत को खिताबी जीत दिलाई।
मुंबई फुटबॉल एरेना में छेत्री के करिश्मे ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। भारत ने पिछले मुकाबले में न्यूजीलैंड से मिली हार को पीछे छोड़ते हुए फाइनल में बेहतरीन प्रदर्शन किया। भारत को पहला गोल आठवें मिनट में ही मिल गया। छेत्री को बॉक्स के बाहर गिराया गया और भारत को फ्री किक मिल गयी। अनिरुद्ध थापा ने फ्री किक ली जबकि छेत्री ने खिलाड़ियों के बीच में अचानक प्रकट होते हुए गेंद को गोल की दिशा दिखा दी।
भारत का पहला गोल होते ही पूरा स्टेडियम ख़ुशी से झूम उठा। छेत्री ने जहां पहला गोल दाएं पैर से किया वहीं उनका दूसरा गोल बाएं पैर से था।अनस एडाथोडिका ने छेत्री को लम्बा पास दिया। छेत्री ने गेंद को अपने सीने पर लेकर अपने सामने गिरा दिया। छेत्री के लिए विशेष रूप से लगाए गए मार्कर माइकल किब्वागे इस समय छेत्री को घेर नहीं पाए और छेत्री का बाएं पैर से लगाया गया शॉट गोलकीपर पैट्रिक मतासी को छकाता हुआ गोल में समा गया। स्टेडियम एक बार फिर शोर से गूंज उठा।
छेत्री का यह रिकॉर्ड 64 वां गोल था और भारतीय कप्तान ने इसके साथ ही मैसी की बराबरी कर ली। भारत ने फिर इस दो गोल की बढ़त को अंत तक बनाये रखा और केन्या को वापसी करने का कोई मौका नहीं दिया। केन्या ने दूसरे हाफ में एक- दो मौके बनाये लेकिन भारतीय रक्षापंक्ति ने मुस्तैदी से अपना किला संभाले रखा।
अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ के अध्यक्ष प्रफुल पटेल ने विजेता टीम को ट्रॉफी और 50 हजार डॉलर का चेक सौंपा जबकि केन्या को 25 हजार डॉलर मिले। छेत्री को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का पुरस्कार मिला और उन्हें 7500 डॉलर दिए गए।