भारत आसियान-भारत कनेक्टिविटी शिखर सम्मेलन का अायोजन करेगा
भारत इस वर्ष आसियान-भारत कनेक्टिविटी शिखर सम्मेलन का अायोजन करेगा जिसका फोकस मेकांग-गंगा सहयोग क्षेत्र पर होगा;
मनीला। भारत इस वर्ष आसियान-भारत कनेक्टिविटी शिखर सम्मेलन का अायोजन करेगा जिसका फोकस मेकांग-गंगा सहयोग क्षेत्र पर होगा। विदेश राज्य मंत्री जनरल वी के सिंह ने आठवीं मेकांग-गंगा सहयोग मंत्रिस्तरीय बैठक को संबोधित करते हुए मेकांग-गंगा क्षेत्र के सभी देशों को आसियान-भारत कनेक्टिविटी शिखर सम्मेलन में भाग लेने के नयी दिल्ली आमंत्रित किया।
उन्होंने कहा कि सम्मेलन में सरकारों और कारोबार समूहों के साथ कनेक्टिविटी के सभी पहलुओं पर विचार- विमर्श किया जायेगा। जनरल सिंह ने कहा कि उनका प्रयास होगा कि भारत एवं आसियान के बीच मेकांग-गंगा सहयोग क्षेत्र को केन्द्र में रख कर कनेक्टिविटी की संभावनायें तलाशी जायें और उन पर विचार-विमर्श हो।
उन्होंने कहा कि मेकांग-गंगा सहयोग क्षेत्र के देशों के बीच सहयोग को प्राचीन संपर्क को दोबारा बहाल करने पर केन्द्रित किया जायेगा ताकि एक समग्र एवं समृद्ध समाज बन सके। उन्होंने कहा कि भारत इस क्षेत्र के देशों के साथ पर्यटन, संस्कृति, शिक्षा, परिवहन और संचार के पांरपरिक क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने का प्रस्ताव पहले ही कर चुका है। यह कनेक्टिविटी की पहल उसी संदर्भ में है।
उन्होंने कहा कि भारत ने गत वर्ष वाराणसी में हुए अंतर्राष्ट्रीय बौद्ध सम्मेलन को वार्षिक आयोजन बनाने का प्रस्ताव किया था जिसमें मेकांग-गंगा सहयोग क्षेत्र के देश विशेष रूप से सम्मिलित हुए थे। उन्होंने कंबाेडिया के रेशम एवं बुनकर संघ बनाने तथा पर्यटन एवं संस्कृति मंत्रालय के संग्रहालय के प्रचार-प्रसार के प्रस्ताव के प्रति समर्थन व्यक्त किया और कहा कि भारत मेकांग-गंगा सहयोग क्षेत्र के सहयोगियों के लिये संग्रहालय विज्ञान के प्रशिक्षण के लिये आवेदन शीघ्र आमंत्रित करेगा।
उन्हों ने नालंदा विश्वविद्यालय में साझा अभिलेख संसाधन केन्द्र की स्थापना के लिये समर्थन की अपील करते हुए कहा कि इस केन्द्र की स्थापना शीघ्र की जायेगी जिसमें एशियाई इतिहास एवं मेकांग-गंगा सहयोग क्षेत्र पर अकादमिक कार्य होगा।