भारत डब्ल्यूटीओ की वार्ताओं में बरते पारदर्शिता : स्वदेशी जागरण मंच
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सहयोगी संगठन स्वदेशी जागरण मंच ने सरकार से विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) की वार्ताओं में भारत के रुख में पारदर्शिता बरतने की अपील की;
नयी दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सहयोगी संगठन स्वदेशी जागरण मंच ने सरकार से विश्व व्यापार संगठन (डब्ल्यूटीओ) की वार्ताओं में भारत के रुख में पारदर्शिता बरतने की अपील करते हुए कहा है कि इस संबंध में व्यापक विचार विमर्श किया जाना चाहिए।
स्वदेशी जागरण मंच ने केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री सुरेश प्रभु को लिखे एक पत्र में कहा है कि सरकार को डब्ल्यूटीओ की वार्ताओं में भारत के रुख को मजबूत और महत्वपूर्ण बनाना चाहिए तथा स्वास्थ्य, कृषि एवं वित्त से संबंधित नीतियों को तय करने में “अच्छा रुख” अपनाना जाना चाहिए।
मंच के अनुसार सरकार को भारत का रूख तय करते समय सभी संबद्ध पक्षधारकों के साथ पारदर्शी तरीके से सलाह मशविरा करना चाहिए।
श्री प्रभु फिलहाल माराकस में है और दिसंबर में ब्यूनस आयर्स में होने वाली 11 वीं डब्ल्यूटीओ मंत्रिस्तरीय सम्मेलन का एजेंडा तय करने के लिए एक बैठक में हिस्सा ले रहे हैं।
मंच के सह संयोजक अश्विनी महाजन ने पत्र में कहा कि विकसित देशों में कृषि सब्सिडी के मुद्दे को सरकार को डब्ल्यूटीओ की बैठक में मजबूती से उठाना चाहिए। इससे भारतीय किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ता है।
भारत को इस मुद्दे पर 100 से अधिक देशों का समर्थन प्राप्त है। उन्होंने कहा कि मछलीपालन के संबंध में मौजूदा प्रावधान भारतीय मछुवारों के हित में नहीं है। भारत काे इनका विरोध करना चाहिए।