पूर्व पीएम मनमोहन सिंह की लीडरशिप में भारत ने की सबसे 'तेज तरक्की'
राष्ट्रीय सांख्यिकी आयोग के आंकड़ों के मुताबिक पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने उदारीकरण शुरू होने के बाद जीडीपी को दहाई अंक तक पहुंचाया था जो सर्वाधिक वृद्धि है;
नई दिल्ली। पीएम मोदी अक्सर आरोप लगाते हैं कि पूर्व की मनमोहन सरकार ने अर्थव्यवस्था की नींव हिलाकर रख दी थी। लेकिन आंकड़ें तो कुछ और ही बयां करते हैं। राष्ट्रीय सांख्यिकी आयोग के आंकड़ों के मुताबिक पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने उदारीकरण शुरू होने के बाद जीडीपी को दहाई अंक तक पहुंचाया था जो सर्वाधिक वृद्धि है। इन आंकड़ों से साफ है कि कांग्रेस ने अर्थव्यवस्था को मजबूत किया था।
राष्ट्रीय सांख्यिकी आयोग द्वारा गठित ‘कमिटी ऑफ रीयल सेक्टर स्टैटिक्स’ के मुताबिक मनमोहन जैसी अर्थव्यवस्था आजतक किसी पीएम ने देश को नहीं दी। पूर्व की कांग्रेस सरकार के राज में जितनी तेजी से देश आगे बढ़ा उतनी तेजी से उसने कदम कभी आगे नहीं बढ़ाए।
आंकड़ें बताते हैं कि 2006 में 10.08 प्रतिशत रहा जो कि 1991 में शुरू हुए उदारीकरण के बाद का सर्वाधिक वृद्धि आंकड़ा है। सांख्यिकी और कार्यक्रम क्रियान्वयन मंत्रालय की वेबसाइट पर ये आंकड़ें जारी किए गए हैं। आजादी के बाद 1988-89 में प्रधानमंत्री राजीव गांधी के समय आर्थिक वृद्धि दर 10.2 प्रतिशत रही थी लेकिन उस वक्त उदारीकरण शुरु नहीं हुआ था।
रिपोर्ट के बाद कांग्रेस ने ट्विटर पर लिखा है, ‘‘जीडीपी श्रृंखला पर आधारित आंकड़ा अंतत: आ गया है. यह साबित करता है कि यूपीए शासन के दौरान वृद्धि दर मोदी सरकार के कार्यकाल की औसत वृद्धि दर 7.3 प्रतिशत से अधिक रही। पार्टी ने कहा कि. ‘‘यूपीए सरकार के शासन में ही वृद्धि दर दहाई अंक में रही जो आधुनिक भारत के इतिहास में एकमात्र उदाहरण है।
When numbers speak, words are unnecessary. #DrSinghGDPking pic.twitter.com/0mb4nh3tfc
If we look at the revised GDP backseries data at Market Prices, not only did UPA I & II far outperform both NDA I & II, but also delivered double digit growth TWICE.
A record unparalleled in modern Indian history.#DrSinghGDPking pic.twitter.com/9bLC58W0UK