बेरोजगारी पर खुली मोदी सरकार की पोल, 7.2 प्रतिशत तक पहुंची भारत में बेरोजगारी दर
भारतीय अर्थव्यवस्था निगरानी केंद्र की रिपोर्ट के अनुसार, इस साल फरवरी में बेरोज़गारी दर 7.2 फीसदी हो गई जो कि सितंबर 2016 के बाद सबसे अधिक है. पिछले साल फरवरी में यह आंकड़ा 5.9 फीसदी था;
नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2014 लोकसभा चुनाव के दौरान वादा किया था कि अगर उनकी सरकार बनी तो हर साल 2 करोड़ लोगों को रोजगार दिया जाएगा। अब जबकि उनका कार्यकाल अब खत्म होने को है। ऐसे में उनसे लोग रोजगार को लेकर सवाल पूछ रहे हैं।
लेकिन देश में अब भी बेरोज़गारी का हाल बेहाल है भारत की बेरोजगारी दर फरवरी 2019 में बढ़कर 7.2 प्रतिशत तक पहुंच गई, जो सितंबर 2016 के बाद की उच्चतम दर है।
पीएम मोदी हर मंच से युवाओं को साधने के लिए बड़ी बड़ी बातें करते हैं । रोज़गार को लेकर अपनी परियोजनाओं का ढिंढोरा पीटते हैं ।लेकिन बेरोज़गारी पर सामने आए ये आंकड़े मोदी सरकार की पोल खुद ब खुद खोल रहे हैं।
भारतीय अर्थव्यवस्था निगरानी केंद्र के आंकड़ों के अनुसार। भारत की बेरोजगारी दर फरवरी 2019 में बढ़कर 7.2 प्रतिशत तक पहुंच गई है, जो सितंबर 2016 के बाद की उच्चतम दर है ।जबकि फरवरी 2018 में बेरोजगारी की दर 5.9 प्रतिशत थी। इन आंकड़ों पर मुंबई के एक थिंक टैंक के प्रमुख महेश व्यास ने बताया है कि बेरोजगारी दर में इतनी भारी बढ़ोतरी ऐसे समय में हुई है जब जॉब तलाशने वालों की संख्या कम हो गई है । महेश व्यास ने बताया कि पिछले साल फरवरी में 40.6 करोड़ लोग काम कर रहे थे, जबकि इस साल यह आंकड़ा 40 करोड़ है । इसके बावजूद बेरोजगारी दर बढ़ना सरकार की नाकामी को उजागर करता है।
भारतीय अर्थव्यवस्था निगरानी केंद्र के आंकड़े देशभर के लाखों घरों के सर्वे पर आधारित हैं। इस संस्था के आंकड़ों को काफी भरोसेमंद माना जाता है वैसे आपको बतादें कि इससे पहले भी राष्ट्रीय नमूना सर्वेक्षण कार्यालय की एक रिपोर्ट मीडिया में आई थी ।जिसमें कहा गया था कि बेरोजगारी की दर 45 साल के सबसे उच्चतम स्तर पर पहुंच गई।.
इसे लेकर मोदी सरकार चौतरफा घिर गई थी ।.हालांकि खुद नीति आय़ोग ने इस खबर का खंडन कर दिया था । मगर अब एक बार फिर बेरोज़गारी पर कुछ आंकड़े सामने आए हैं । जो आम चुनाव में मोदी सरकार के लिए चिंता का सबब बन सकते हैं।