आत्महत्या मामले में परिजनों ने पुलिस पर जांच में विलंब करने का लगाया आरोप

राजू सेन आत्महत्या मामले में परिजनों ने पुलिस पर जांच में विलंब करने का आरोप लगाया;

Update: 2018-10-01 17:47 GMT

सिमगा। राजू सेन आत्महत्या मामले में परिजनों ने पुलिस पर जांच में विलंब करने का आरोप लगाया । वही मृतक से मारोपीट व जान से मारने की धमकी देने वाले अभी तक खुला घूम रहा हैं ।  पुलिस की चुप्पी कई सवाल खड़े कर रही हैं ।
राकेश सेन ने  बताया कि मेरे मामा का लड़का राजू सेन गत 21 सितम्बर को अपने घर मे फाँसी लगाकर अपनी जान दे दिया ।

आत्महत्या का कारण राजू से जोगेंद्र मक्कड़ व उसके पुत्र सोनू द्वारा 20 सितम्बर को बस स्टेंड बनसाकरा में अश्लील गाली गलौच करते हुए मारपीट किया । तब मैं वही पर स्थित चाय दुकान में बैठा था । मारपीट देखकर में दौड़ कर दोनों को छुड़ाया । जोगेंद्र व सोनू जाते जाते चिल्ला चिल्ला कर जान से मारने की धमकी दे रहे थे। लड़ाई की वजह ट्रेक्टर जो कि रमेश उर्फ बिल्लू तिवारी के नाम पर मनोज सेन मेरे बड़े भाई ने खरीदा था । वह ट्रेक्टर सरपंच रामविलास साहू के देखरेख में चल रहा था । टेक्टर में खराबी आने पर अन्य टेक्टर के पार्ट्स या टायर अदला बदली कर देते हैं । मामला इसी प्रकार का हैं । बिल्लू के टेक्टर का टायर दूसरे टेक्टर में राजू ने लगा दिया था ।

इसी बात को लेकर जोगेंद्र व सोनू जो की बिल्लू के परिजनों ने खुलेआम मारपीट कर धमकी दी । धमकी व मारपीट से घबराकर राजू ने फांसी लगाकर अपनी जान दे दिया । घटना के बाद मौके पर पुलिस ने मृतक राजू की तलाशी लेने मुझे कहा । तब मुझे जेब मे एक पत्र मिला ।  10 दिन बीतने के बाद भी पुलिस कार्रवाई लम्बित हैं । मेरे द्वारा पुलिस से पूछने पर जांच चल रहा हैं कहा जाता हैं ।  संदेह है कि पुलिस जांच के नाम पर आरोपियों को बचाना चाह रहीं हैं । इस संदर्भ में सिमगा थाना प्रभारी शिवनारायण सिंग ने कहा कि जांच चल रही हैं । सोसाइट नोट की जानकारी गोपनीय हैं । हम बता नहीं सकते हैं । सबूत मिलने पर आरोपियों पर कार्रवाई किया जाएगा । मृतक के परिजनों को घटना के गवाह देने कहा गया हैं । मर्ग कायम हो चुका हैं । जांच उपरांत अपराध दर्ज कर कार्रवाई की जाएगी। परिजनों का आरोप बेबुनियाद हैं । पुलिस निष्पक्ष कार्रवाई करेगी ।  
 

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