हार्ट-अटैक
कारपोरेट जगत के बेताज बादशाह 'दौलतराम एण्ड संस प्राइवेट लिमिटेड फर्म की अनेक इण्डस्ट्रीज में इन्कम टैक्स का भारी छाया पड़ा जिसमें टैक्स सम्बन्धी अनेक अनियमितायें पाई गयी। करोड़ों रूपये की ब्लैक मनी कागजों के द्वारा बरामद की गई;
- प्रभा दीक्षित
कारपोरेट जगत के बेताज बादशाह 'दौलतराम एण्ड संस प्राइवेट लिमिटेड फर्म की अनेक इण्डस्ट्रीज में इन्कम टैक्स का भारी छाया पड़ा जिसमें टैक्स सम्बन्धी अनेक अनियमितायें पाई गयी। करोड़ों रूपये की ब्लैक मनी कागजों के द्वारा बरामद की गई। यह खबर सुनते ही सेठ दौलतराम को दिल का दौरा पड़ गया। उन्हें कार्डियोलॉजी में भर्ती कराया गया। घंटों बाद जब सेठ जी को होश आया तो उन्होंने देखा शहर के प्रतिष्ठित लोग उन्हें देखने के लिये आये हुये हैं। उनके मुंह से अनायास निकला, ओह ! क्या मैं जिन्दा हूं ? या स्वप्न देख रहा हूं।''
हास्पिटल के सिविल सर्जन ने आगे बढ़ते हुये कहा, ''सर ! मरे आपके दुश्मन मेरे होते हुए आपको कुछ नहीं हो सकता।''
सेठ ने एक आह भरते हुए कहा, ''डॉक्टर तुमने मुझे मौत से गचा लिया लेकिन मैं कानून की गिरफ्त से नहीं बच सकता। शायद मुझे सजा हो जायेगी।''
जज साहब उठते हुए बोले, ''सर ! मैंने आपका नमक खाया है। मेरे होते हुए कानून आपका कुछ नहीं कर सकता।''
सेठजी अब आश्वत हो रहे थे। फिर भी एक जमुहाई लेते हुए उन्होंने कहा, ''मैं अगर यहां की कानून की गिरफ्त से छूट भी गया तो परलोक में मुझे कौन बचायेगा। मुझे अपने पापों का फल तो भुगतना ही होगा।
धर्मगुरू ने खड़े होते हुये कहा, ''यजमान आपने कोई पाप नहीं किया। और धर्म में हर पाप का प्रायश्चित भी है। मेरे होते हुए आपको परलोक की जवाबदेही नहीं करनी होगी।''
सेठजीे म नही मन खुश होते हुए भी संजीदा सूरत बनाकर बोले-''कुछ भी हो लोक जीवन में मेरी बदनामी तो हो ही गयी।
राजनेता ने उठते हुये कहा, ''साहब ! लोग आपकी जयजयकार करेगे। मेरे होते हुए आपको कोई बदनाम नहीं कर सकता। इस बार का समाज सेवा के क्षेत्र का सबसे बड़ा राष्ट्रीय पुरस्कार आपको ही मिलेगा।''
सेठ जी गौरवन्वित होकर बोले-''आप लोगों की मेहरबानियों का मैं ध्यान रखूंगा।''
कानपुर