हरियाणा : 28 राजस्व क्षेत्रों की सीमाएं एक दूसरे में समायोजित

हरियाणा सरकार ने कैथल, जींद, हिसार और नूह जिलों के 28 राजस्व क्षेत्रों की सीमाएं परिवर्तित करते हुये इनके अनेक क्षेत्रों को एक दूसरे में समायोजित कर दिया है;

Update: 2017-08-03 18:25 GMT

चंडीगढ़। हरियाणा सरकार ने कैथल, जींद, हिसार और नूह जिलों के 28 राजस्व क्षेत्रों की सीमाएं परिवर्तित करते हुए इनके अनेक क्षेत्रों को एक दूसरे में समायोजित कर दिया है।

राजस्व एवं आपदा प्रबंधन विभाग की इस आशय की अधिसूचना के अनुसार जींद जिले की नरवाना तहसील राजस्व क्षेत्र बरटा को अब कैथल जिला एवं तहसील में शामिल किया गया है।

हिसार जिले के बास तहसील के राजस्व क्षेत्र पेटवाड़ को अब तहसील नारनौंद में तथा नूंह जिले की फिरोजपुर झिरखा तहसील के बडेड, नीमखेड़ा, धौली, खौरी, लूहिंगा खुर्द, पटवासन, ऐचवाड़ी, गोकलपुर, डोंडल, जैतलका, ढाणा, मल्हाका, झारपुरी, डूंगेजा, तिगांव, बुबलहेड़ी, चांदडाका और मोहम्मद बास राजस्व क्षेत्रों को पुन्हाना तहसील में शामिल किया गया है।

अधिसूचना के अनुसार जींद जिले की नरवाना तहसील के बड़नपुर, लोधर, सुदकैनकलां, सुदकैन खुर्द, डुमरखा कलां, डुमरखा खुर्द, घसो खुर्द तथा सुंदरपूरा राजस्व क्षेत्रों को तहसील उचाना में शामिल किया गया है।

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