हितग्राहियों को बांटने दिया गया कीड़े, फफूंद लगे चने के पैकेट

 छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा बीपीएल परिवारों को सस्ता चावल के साथ मात्र 5 रूपए में 1 किलो चना पीडीएस के जरिए वितरण कराया जा रहा है;

Update: 2017-08-23 11:45 GMT

कोरबा।  छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा बीपीएल परिवारों को सस्ता चावल के साथ मात्र 5 रूपए में 1 किलो चना पीडीएस के जरिए वितरण कराया जा रहा है। योजना के तहत इस माह वितरण के लिए आये चना की गुणवत्ता पूरी तरह खराब पाई जा रही है। पिछले कई दिनों से मामला संज्ञान में लाये जाने के बाद भी खाद्य विभाग और नागरिक आपूर्ति निगम संजीदा नहीं हो रहा। 

जानकारी के अनुसार इस माह नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा शासकीय उचित मूल्य दुकान में वितरण हेतु भंडारित कराए गए चना या तो कीड़े लगे हुए हैं अथवा पूरी तरह खराब होकर फफूंद लग चुके हैं। चना के पैकेटों में कीड़े बिलबिला रहे हैं। दरअसल चना की आपूर्ति सरकार द्वारा ठेकेदारों के माध्यम से प्राप्त की जाती है, जिसकी कीमत स्वरूप लगभग 87 रूपए प्रतिकिलो की दर से सरकार ठेकेदार को अदा करती है।

यही चना छग स्टेट सिविल सप्लाई कार्पोरेशन लिमिटेड, अवंती विहार, रायपुर के द्वारा पैकेटों में बंद कर मात्र 5 रूपए की दर पर बीपीएल कार्ड धारकों को उपलब्ध कराया जा रहा है। इस बार चना को लेकर काफी शिकायतें सामने आईं, जिस पर भारतीय खाद्य निगम, भारत सरकार में छग सलाहकार समिति सदस्य राजकुमार दुबे ने ग्राम पंचायत रजगामार की पीडीएस का अवलोकन किया। यहां संचालक दुर्गा प्रसाद पाटनवार ने चना की बोरी खोलकर दिखाया तो कीड़े बिलबिलाते नजर आये। संचालक ने सदस्य श्री दुबे को बताया कि फोन पर खाद्य व नान के अधिकारियों को इसकी जानकारी दे दी थी लेकिन अब तक जांच करने कोई नहीं आया है। 

भारतीय खाद्य निगम के सदस्य श्री दुबे ने खाद्य व नान के अधिकारियों को लापरवाह बताते हुए कहा कि यह राज्य व केन्द्र सरकार की धूमिल करने का प्रयास है। खाद्यान्न तीन-चार बार जांच से गुजरने के बाद सरकारी राशन दुकान तक पहुंचता है और ऐसे में यदि कीड़े लगे व खराब चना सोसायटियों तक पहुंचे हैं तो जिम्मेदारों के विरूद्ध जांच कर कठोर कार्रवाई की जाए। जिले भर में कीड़ायुक्त चना पर तत्काल रोक लगाई जाए।

कलेक्टर जनदर्शन में की गई शिकायत में कहा गया है कि 24 घंटे के भीतर वितरण पर रोक नहीं लगाई गई व अधिकारियों व कार्रवाई नहीं की गई तो सदस्य द्वय राजकुमार दुबे एवं श्रीधर नायडू कलेक्टर परिसर में भूख हड़ताल पर बैठेंगे। शिकायत की प्रतिलिपि केन्द्रीय खाद्य नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मंत्री रामविलास पासवान, केन्द्रीय खाद्य सचिव एवं राज्य खाद्य आयोग के अध्यक्ष को भी प्रेषित की गई है। 

वेयर हाऊस दिखाने से मना किया 

खाद्य निगम के सदस्य श्री दुबे व श्री नायडू ने बताया कि कुछ दिन पहले वे वेयर हाऊस गये थे जहां उनके द्वारा गुणवत्ताविहीन खाद्यान्न भंडारण की जानकारी लेने के संबंध में वेयर हाऊस दिखाने के लिए कहा गया था। यहां उपस्थित अधिकारी समीर तिर्की ने वेयर हाऊस दिखाने से मना कर दिया। श्री दुबे ने बताया कि शायद गोदाम में भण्डारित सड़े खाद्यानों की जानकारी न हो, इसलिए अधिकारी ने गोदाम नहीं दिखाया। नान के जिम्मेदार व दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई सुनिश्चित होनी चाहिए।

खराब चना का वितरण रोकने नहीं दिया कोई आदेश 

शासकीय उचित मूल्य की दुकानों में वितरण के लिए नागरिक आपूर्ति निगम द्वारा भण्डारित कराए गए चना की गुणवत्ता खराब होने, कीड़ा व घुन लगे होने का मामला 5 से 6 दिन पहले प्रकाश में आया। मामला सुर्खियों में आने और कुछ पीडीएस संचालकों द्वारा इस संबंध में खाद्य विभाग के अधिकारियों को अवगत कराने के बावजूद अब तक खराब चना के पैकेटों को वापस मंगाने अथवा वितरण रोकने के विषय में गंभीरता नहीं दिखाई जा सकी है। खराब चना का वितरण रोकने के लिए भी किसी तरह का पत्र अथवा निर्देश पीडीएस संचालकों को जारी नहीं किया जा सका है।

हालांकि मौखिक तौर पर यह जरूर कहा गया है कि खराब चना का पंचनामा बनवाकर इसे वापस लौटाया जाये, किन्तु अनेक व्यावहारिक और तकनीकी दिक्कतों के कारण पीडीएस संचालक असमंजस में हैं। याद रहे खाद्य सामाग्रियों का ऑनलाइन आबंटन खाद्य विभाग द्वारा जारी कर दिया जाता है, जिसकी आपूर्ति नागरिक आपूर्ति निगम पीडीएस के गोदामों तक कराता है। गुणवत्ताहीन सामाग्री के पर्यवेक्षण का दायित्व खाद्य विभाग का है किन्तु आपसी सामंजस्य के अभाव में इस तरह के मामले अक्सर पेश आते रहे हैं। 

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